अंबाला शहर के झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले कुछ बच्चे मंगलवार को बाल भवन में आयोजित दिवाली समारोह के दौरान अंबाला के उपायुक्त को उनके साथ बैठकर बातचीत करते देखकर बहुत खुश हुए।
जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा बाल भवन में दिवाली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस बीच, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित उपायुक्त पार्थ गुप्ता कोई भाषण देने के बजाय बच्चों के साथ बैठे और लगभग आधे घंटे तक उनसे बातचीत की।
उन्होंने बच्चों से त्योहार के महत्व, पटाखे, मिठाइयां, रंगोली और उत्सव के बारे में पूछा और बच्चे उत्साहपूर्वक उनके सवालों का जवाब देते देखे गए। डीसी को बच्चों के साथ बैठा देख कुछ जिला अधिकारी भी उनके साथ आ गए।
उपायुक्त ने इन बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि दिवाली पर दीये जलाने के साथ-साथ प्रत्येक विद्यार्थी को अपने मन में ज्ञान, मेहनत, प्रेम और सद्भावना का दीया जलाने का प्रयास करना चाहिए। इस त्यौहार की खुशियां दोस्तों, परिवार के सदस्यों और शिक्षकों के साथ बांटनी चाहिए, तभी दिवाली जैसे त्यौहार का अर्थ सार्थक होगा।
उपायुक्त ने सभी विद्यार्थियों को मिठाइयां और छात्र-छात्राओं से संबंधित वस्तुएं वितरित कीं।
जिला बाल कल्याण अधिकारी विश्वास मलिक ने बताया कि बाल भवन में झुग्गी बस्ती के करीब 30 बच्चे नियमित रूप से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इन बच्चों को खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावा झुग्गी बस्ती के 70 बच्चे शाम को खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए बाल भवन आते हैं।