हाल ही में जलभराव वाले अंडरपास में दो व्यक्तियों की मृत्यु की घटना ने न केवल शहर में वर्षा जल और सीवेज अपशिष्ट के लिए उचित निपटान प्रणाली प्रदान करने में नगर निगम की अक्षमता को उजागर किया है, बल्कि यहां छह विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे विपक्षी दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों को हमले का आधार भी प्रदान किया है।
राजनीतिक विश्लेषक देविंदर सिंह सुरजेवाला ने कहा, “हालांकि खराब नागरिक बुनियादी ढांचा विपक्ष और उनके उम्मीदवारों के लिए सबसे आम समस्याओं में से एक है, लेकिन हाल ही में पानी से भरे अंडरपास में दो बैंक अधिकारियों की मौत की घटना ने लोगों में गुस्सा पैदा कर दिया है। मीडिया के ज़रिए मिली प्रसिद्धि के बाद यह एक गर्म मुद्दा बन गया है।”