लखनऊ, 30 अक्टूबर । रामनगरी अयोध्या में बुधवार को आठवीं बार दीपोत्सव का आयोजन होगा। इसके लिए रामनगरी को पूरी तरह से सजाया गया है। मुख्यमंत्री योगी बुधवार को तकरीबन 20 घंटे यही पर रहेंगे। रामपथ पर देश भर आए कलाकार अपना मंचन करेंगे।
इसके बाद राम कथा पार्क पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भगवान के स्वरूपों के राज्याभिषेक करेंगे और शाम को राम की पैड़ी पर 25 लाख दीप प्रज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा।
जारी कार्यक्रम के मुताबिक राम की पैड़ी पर ही सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इनमें लेजर शो इमेज प्रोटेक्शन शो है। मुख्यमंत्री दूसरे विश्व रिकॉर्ड के भी साक्षी होंगे। 1100 अर्चक एक साथ मां सरयू की आरती उतारेंगे। सरयू पुल से आतिशबाजी का विशेष शो भी लोग देख पाएंगे। इसके बाद पहली बार 500 ड्रोन के साथ विशेष शो और फ्लेम शो का भी दर्शन आनंद ले सकेंगे।
मुख्यमंत्री योगी ने सोशल मीडिया के माध्यम से लिखा, ‘दीपोत्सव’ ऐतिहासिक है। हम सबके आराध्य श्रीरामलला 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद अपने धाम में विराजमान हुए हैं। 500 वर्ष बाद धर्मधरा अयोध्या धाम में श्री रामलला की पावन जन्मभूमि पर बने उनके भव्य-दिव्य मंदिर में भी हजारों दीप प्रज्वलित होंगे।
“आइए, इस महापर्व में सहभाग कर सनातन धर्म की गौरवशाली परंपरा का उत्सव मनाएं। भगवान श्री राम के आगमन पर श्री अयोध्या धाम के दीपों के साथ अपने घरों में भी आत्मीयता और समता का दीपक अवश्य प्रज्वलित करें। जय जय श्री राम।”
डाॅ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के प्रबंधन में दीपोत्सव-2024 को ऐतिहासिक बनाने के लिए 30 हजार वालंटियर्स के सहयोग से 25 लाख से अधिक दीयों को प्रज्वलित करने की तैयारी पूरी की गई। मंगलवार को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड टीम के कंसल्टेंट निश्चल बरोट की अगुवाई में 30 सदस्यों ने सरयू के 55 घाटों के दीप की गणना पर्यवेक्षक, घाट प्रभारी, समन्वयक व गणना वालंटियर की मौजूदगी में शुरू की।
30 अक्टूबर को दीपोत्सव के लिए दीये में तेल भरने के लिए एक-एक लीटर सरसों की बोतल उपलब्ध कराई जायेगी। वालंटियर 28 लाख बिछाये गए दीप में सावधानीपूर्वक तेल डालेंगे। घाट पर तेल न गिरे, इसका विशेष ध्यान रखा जायेगा।
विवि प्रशासन ने सरयू के 55 घाटों पर 28 लाख दीयों को सजाने के कार्य को अंतिम रूप दे दिया। इसकी तैयारियों को लेकर विश्वविद्यालय ने पर्यवेक्षक, घाट प्रभारी, गणना वालंटियर्स के साथ दो हजार से अधिक भारी भरकम टीम उतार दी है। इनकी निगरानी में दीपोत्सव में 25 लाख से अधिक दीये प्रज्वलित होंगे। दीपोत्सव की भव्यता विश्व पटल पर दिखे, इसके लिए विश्वविद्यालय परिसर के वालंटियर द्वारा घाट नंबर 10 पर 80 हजार दीयों से स्वास्तिक सजाया गया है। इससे पूरी दुनिया में शुभता का संदेश जायेगा। यह आकर्षण का केंद्र होगा। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के कुशल मार्गदर्शन में 30 हजार वालंटियर द्वारा 55 घाटों पर 16 गुणे 16 दीए का ब्लॉक बनाया गया है, जिसमें 256 दीए सजाये गये हैं। इनमें एक वालंटियर को 85 से 90 दीए प्रज्वलित किए जाने का लक्ष्य दिया गया है।
दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो संत शरण मिश्र ने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन, जिला प्रशासन के सहयोग से विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कार्य को अंतिम रूप दे दिया गया है।