नई दिल्ली, 2 अगस्त । दिल्ली के रोहिणी स्थित शेल्टर होम ‘आशा किरण’ में 13 बच्चों की मौत का मामला सामने आया। बच्चों की मौत पर राष्ट्रीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की।
अलका लांबा ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में केजरीवाल सरकार के अधीन आने वाले आशा किरण शेल्टर होम में बच्चों को जानवरों की तरह ठूस कर रखा जा रहा है। इस शेल्टर होम में 250 बच्चों के रहने की व्यवस्था है, लेकिन वहां 400 बच्चों को रखा जा रहा था। इस शेल्टर होम में पिछले 15 दिनों में 12 बच्चों की मौत हो गई है और सरकार मूकदर्शक बनी रही। कई महीनों से यहां मौत का सिलसिला जारी है, लेकिन सरकार इसे दबाने की कोशिश करती रही।
उन्होंने कहा कि जानकारी के अनुसार, इन बच्चों को दूषित भोजन और पानी दिया गया, जिसे मौत का कारण बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शेल्टर होम की देखरेख के लिए जिम्मेदार मंत्री को नैतिकता के आधार पर तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। महिला कांग्रेस की टीम जल्द उन बच्चों से मिलेगी जो आशा किरण शेल्टर होम में रहते हैं और प्रताड़ित हुए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हमारी टीम शेल्टर होम में रह रहे बच्चों की आपबीती जानने का प्रयास करेगी, ताकि सच सामने आए, जिसे अभी तक छुपाया जाता रहा। महिला कांग्रेस तब तक चैन की सांस नहीं लेगी, जब तक इन बच्चों को न्याय नहीं मिल जाता और दोषियों को सजा नहीं मिलती।
आशा किरण होम में जुलाई महीने में 13 बच्चों की मौत के पीछे की वजह स्वास्थ्य समस्या और कुपोषण बताया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री आतिशी ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि इसकी गहन जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजधानी दिल्ली में ऐसी खबर सुनना बहुत चौंकाने वाला है और हम इस तरह की चूक बर्दाश्त नहीं कर सकते।
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