मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना की संपत्ति पिछले पांच साल में 28.66 प्रतिशत बढ़कर 76,93,347.98 रुपये हो गई है। खास बात यह है कि उनके पास कोई अचल संपत्ति नहीं है और गहनों के नाम पर मात्र 10 ग्राम सोना है। उनके पास अपनी कार या कोई अन्य वाहन भी नहीं है। कालकाजी विधानसभा सीट से नामांकन पत्र के साथ दर्ज एफिडेविट में उन्होंने अपने खिलाफ आपराधिक मानहानि के दो मामले लंबित होने की जानकारी दी है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि उनके पास 30 हजार रुपये नकद हैं। उनके तीन बैंक खाते हैं। भारतीय स्टेट बैंक के फ्लाईओवर मार्केट, डिफेंस कॉलोनी ब्रांच में बचत खाते में 19,93,512 रुपये और एफडी में 32,85,459 रुपये हैं।
आईसीआईसीआई बैंक के भोगल ब्रांच में बचत खाते में 15,10,790 रुपये और एफडी में 7,53,613 रुपये हैं।
आईसीआईसीआई बैंक के कालकाजी मेन रोड ब्रांच वाले बचत खाते में 20 हजार रुपये हैं।
आतिशी मार्लेना (43) के खिलाफ साल 2020 में आपराधिक मानहानि का एक मामला लंबित था, जिनकी संख्या अब दो हो गई है। पहला मामला 2019 में और दूसरा 2024 में दर्ज किया गया है। अब तक किसी मामले में उन्हें दोषी नहीं ठहराया गया है।
मुख्यमंत्री ने आधिकारिक दस्तावेज में अपना नाम आतिशी मार्लेना लिखा है। पहले भी वह इसी नाम से जानी जाती थीं, लेकिन पिछले कुछ समय में वह सिर्फ आतिशी लिखती हैं। उन्होंने ‘मार्लेना’ सरनेम मार्क्सवादी और लेनिनवादी शब्दों के मेल से खुद के लिए चुना है।
गौर करने वाली बात है कि उन्होंने 2020 में खुद को तृप्ता वाही की बेटी लिखा था और जंगपुरा एक्सटेंशन का पता दिया था। इस बार उन्होंने खुद को विजय कुमार सिन्हा की बेटी लिखा है और कालकाजी का पता दिया है।
पिछले चुनाव में आतिशी ने जीवनसाथी के कॉलम में प्रवीण सिंह का नाम दिया था। इस बार उन्होंने इसमें ‘निल’ लिखा है।
सोशल मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रवीण सिंह आईआईटी और आईआईएम से पढ़ाई कर चुके हैं और सात साल तक उन्होंने आतिशी के साथ मध्य प्रदेश में शिक्षा सुधार के क्षेत्र में काम किया था।
आतिशी के खिलाफ चुनाव लड़ रही कांग्रेस की अलका लांबा ने बताया है कि उनके पास 61.12 लाख रुपये और उनके एक डिपेंडेंट के पास 14.36 लाख रुपये की चल संपत्ति है।
इसके अलावा, लांबा ने गुरुग्राम में 80 लाख रुपये मूल्य का 500 वर्ग फुट का व्यावसायिक फ्लैट और दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन-1 में दो करोड़ रुपये मूल्य की आवासीय संपत्ति भी घोषित की है।
लांबा खुद को एक सामाजिक कार्यकर्ता बताती हैं, जिनकी आय का मुख्य स्रोत कंसल्टेंसी है, इसके अलावा उनके बेटे की आय भी कानूनी पेशेवर के रूप में है।
लांबा ने 2003 और 2005 में उत्तर प्रदेश के झांसी से एप्लाइड केमिस्ट्री में एमएससी और शिक्षा में मास्टर्स किया है, जबकि आतिशी मार्लेना ने 2006 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से विज्ञान में मास्टर डिग्री को अपनी सर्वोच्च योग्यता बताई है।
आतिशी के हलफनामे में उनके पेशे का उल्लेख “राजनेता, दिल्ली की मुख्यमंत्री” के रूप में किया गया है और उनकी आय का स्रोत उनके वेतन को बताया गया है।