दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीख के ऐलान के बाद से ही सभी प्रमुख दल चुनाव प्रचार में जोर-शोर से लगे हैं। आम आदमी पार्टी एक बार फिर सत्ता हासिल करने का प्रयास कर रही है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लंबे इंतजार के बाद दिल्ली विधानसभा में जीत का डंका बजाने की ताक में है। इस चुनाव में मतदाता संख्या के हिसाब से सबसे बड़ी सीट विकासपुरी महत्वपूर्ण है।
पश्चिमी दिल्ली में स्थित विकासपुरी एक पॉश रिहायशी इलाके के रूप में जाना जाता है। विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया था। यह पश्चिमी दिल्ली संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है।
साल 2020 में विकासपुरी में कुल 55.95 प्रतिशत मतदान हुआ था। आप के महेंद्र यादव ने 1,33,898 वोट हासिल कर दर्ज की थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संजय सिंह को 91,840 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार मुकेश शर्मा को 8,319 वोट मिले थे।
साल 2013 और 2015 के बाद विकासपुरी सीट से आप उम्मीदवार महेंद्र यादव की यह लगातार तीसरी जीत थी। पार्टी ने एक बार फिर उन्हें टिकट दिया है। वहीं, भाजपा ने उनके खिलाफ डॉ. पंकज कुमार सिंह को मैदान में उतारा है। हालांकि, कांग्रेस ने अभी इस सीट पर अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है।
एक अनुमान के अनुसार, विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र में बड़ी संख्या में सिख मतदाता हैं। यहां मुस्लिम मतदाता लगभग 7.7 फीसदी, यादव 1.9 फीसदी और ईसाई लगभग 0.5 फीसदी हैं। ऐसे में इस सीट पर भाजपा सिख और मुस्लिम मतदाताओं को लुभाने का पूरा प्रयास कर रही है ताकि आप के कब्जे से इस सीट को जीत सके।
विकासपुरी विधानसभा में मतदाताओं की कुल संख्या चार लाख 62 हजार से अधिक है। यहां 2,47,575 पुरुष मतदाता, 2,14,555 महिला मतदाता और 54 थर्ड जेंडर वोटर हैं। यहां कुल वोटरों की संख्या 4,62,184 जो दिल्ली की सभी विधानसभाओं में सबसे ज्यादा है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 5 फरवरी को एक चरण में होगा। चुनाव आयोग के मुताबिक 83,49,645 पुरुष, 71,73,952 महिला और 1,261 थर्ड जेंडर को मिलाकर कुल 1.55 करोड़ से अधिक मतदाता अपने बहुमूल्य अधिकार का प्रयोग करेंगे। मतगणना 8 फरवरी को होगी।