नई दिल्ली, उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के शालीमार बाग में सात जुलाई को ओयो रूम में हुई गोलीबारी के कथित मामले में विजिलेंस जांच शुरू कर दी गई है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सोमवार को विजिलेंस टीम ने उस जगह का दौरा किया, जहां फायरिंग हुई थी।
टीम ने मौके पर चार से पांच घंटे से अधिक समय बिताया।
7 जुलाई को आरोप लगाया गया था कि गोलीबारी की घटना में कुछ लोग घायल हुए थे, लेकिन किसी ने पुलिस से शिकायत नहीं की थी।
बाद में एक वॉयस रिकॉर्डिग सामने आई, जिसमें दो व्यक्तियों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि जुआ में हारने के बाद लोगों को कैसे मारा गया।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी), उत्तर पश्चिम, उषा रंगनानी ने कहा, “शालीमार बाग में गोलीबारी की घटना में रिपोर्ट के संबंध में, मामले की विस्तृत जांच की गई और स्थानीय लोगों से पूछताछ की गई। यह पाया गया कि पीएस शालीमार बाग में ऐसी कोई पीसीआर कॉल या शिकायत या घटना की सूचना नहीं मिली थी। और यदि ऐसी कोई सूचना या शिकायत प्राप्त हुई होगी, तो कानून के प्रावधानों के अनुसार आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
अब सच्चाई का पता लगाने के लिए विजिलेंस जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
आरोप है कि तीन राज्यों से कुछ लोग वहां आकर जुआ खेलते थे। हालांकि, स्थानीय पुलिस ने इससे इनकार किया है और कहा है कि इस जगह पर कई सालों से ताला लगा हुआ है।
डीसीपी उत्तर पश्चिम दिल्ली प्रतिक्रिया के लिए उपलब्ध नहीं थे।
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