देश की राजधानी दिल्ली के मंदिर मार्ग थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह उस समय एक दर्दनाक घटना घटी, जब दिल्ली पुलिस की एक पीसीआर वैन ने सड़क किनारे चाय की रेहड़ी लगाने वाले दिव्यांग को कुचल दिया। हादसा इतना भयावह था कि मौके पर ही उस व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की पहचान घनश्याम तिवारी उर्फ गंगाराम (मूल निवासी गोंडा, उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई। यह हादसा पालिका पैलेस के पीछे पिलर नंबर 10 के पास सुबह करीब 5:10 बजे हुआ। इस हादसे पर दिल्ली पुलिस का बयान सामने आया है।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, सुबह 5:30 बजे इस हादसे की पीसीआर कॉल मिली। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस टीम और खुद एडिशनल डीसीपी मौके पर पहुंचे। तब तक घायल शख्स की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हादसे में शामिल पीसीआर वैन के दोनों स्टाफ को सस्पेंड कर दिया। साथ ही, कॉन्स्टेबल खिमेश को गिरफ्तार कर लिया गया है और एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस के अनुसार, प्राथमिक जांच में ड्राइवर ने बयान दिया कि वह पीसीआर वैन को रैंप पर पार्क कर रहा था, लेकिन गलती से ब्रेक की जगह एक्सिलरेटर दब गया। हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह ड्राइवर का निजी वर्जन है, जिसकी जांच की जा रही है। शुरुआती मेडिकल रिपोर्ट में शराब के कोई अंश नहीं मिले हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि अगर ड्राइवर या किसी अन्य की जिम्मेदारी साबित होती है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हादसे के बाद समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए स्थानीय लोगों ने कहा कि पुलिसकर्मी शराब के नशे में था और तेज रफ्तार में गाड़ी से रेहड़ी को टक्कर मारी। हादसे के वक्त पीसीआर वैन में एक महिला समेत 4 लोग थे। लोगों ने यह भी आरोप लगाए हैं कि टक्कर के बाद पुलिसकर्मियों ने पिस्टल भी निकाली थी, जिसे लहराते हुए लोगों को धमकाया। स्थानीय लोगों ने आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
लोगों का आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने इस इलाके में एक जगह शराब पीने का अड्डा बना रखा है, जहां उन्होंने बिस्तर और एसी भी लगाए हुए थे। पुलिसकर्मी होने के कारण स्थानीय लोग उनसे कुछ नहीं बोल पाते थे और वे अपनी मनमानी करते थे।
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