November 26, 2024
National

दिल्ली पुलिस ने अंतर्राष्ट्रीय ड्रग गैंग की तोड़ी कमर, दो हजार करोड़ के नशीले पदार्थ जब्त

नई दिल्ली, 2 अक्टूबर । दिल्ली के महिपालपुर में पुलिस ने अंतर्राष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी गैंग का भंडाफोड़ करते हुए 562 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम थाई मरुआना जब्त किया है।

इस ऑपरेशन में दिल्ली पुलिस के विशेष सेल ने लगभग दो हजार करोड़ रुपये के हेरोइन और अन्य ड्रग्स जब्त किये हैं। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी तुषार गोयल वसंत विहार का निवासी है और दिल्ली में कोकीन का प्रमुख डिस्ट्रीब्यूटर है। उसके दो सहयोगी, हिमांशु और औरंगजेब भी इस रैकेट में शामिल हैं, जिन्हें भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, तुषार गोयल के पिता का पब्लिकेशन का व्यवसाय है।

दिल्ली पुलिस ने बताया कि तुषार गोयल मुंबई से 15 किलोग्राम कोकीन की आपूर्ति करने के लिए भारत में मुख्य रिसीवर भरत जैन से मिलने वाला था। कार्रवाई के दौरान उसे गिरफ्तार करते समय कोकीन का यह बड़ा जखीरा महिपालपुर एक्सटेंशन के एक गोदाम से बरामद किया गया। इस ड्रग्स की जांच में नार्को टेरर का कोई एंगल नहीं पाया गया, लेकिन यह स्पष्ट है कि तुषार गोयल क्रिप्टो करेंसी में भुगतान करता था।

पुलिस ने कई सूचनाओं के आधार पर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, और कहा कि यह हाल के दिनों में कोकीन की सबसे बड़ी खेप है। इस मामले में आगे की जांच जारी है, जिसमें ड्रग्स के अन्य लिंक और अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एडिशनल कमिश्नर प्रमोद कुशवाहा ने आईएएनएस को बताया, “यह एक विशेष सेल की टीम है, जिसे डीसीपी अमित कौशिक द्वारा नेतृत्व किया जा रहा है, जिसने एक अंतर्राष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस रैकेट को पश्चिम एशिया से एक हैंडलर द्वारा नियंत्रित किया जा रहा था। इसके अलावा, कुर्ला, मुंबई से आए रिसीवर भरत जैन को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से 562 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम थाई मरुआना बरामद किया गया है।”

कुशवाहा ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कोकीन की कीमत लगभग 10 करोड़ रुपये प्रति किलोग्राम है, जबकि मरुआना की कीमत 40 से 50 लाख रुपये प्रति किलोग्राम है। यह रैकेट कुछ समय से पुलिस की निगरानी में था। केंद्रीय खुफिया एजेंसी से मिली जानकारी के आधार पर, पिछले चार महीने से गिरोह पर नजर रखी जा रही थी।

उन्होंने आगे बताया, “दिल्ली पुलिस को गृह मंत्रालय का स्पष्ट निर्देश है कि वह नशे के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करे, क्योंकि ड्रग्स समाज के लिए एक बड़ा खतरा हैं। इस रैकेट का मुख्य नियंत्रक दुबई से ऑपरेट कर रहा है।”

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