नई दिल्ली, 28 जुलाई । दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्ली का ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त है। गौरतलब है कि दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर की बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हुई है।
दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने बेसमेंट में पानी भरने का कारण बताते हुए कहा कि उस बिल्डिंग के आगे से निकलने वाला सीवर या नाला अचानक फट गया। इसकी वजह से पानी तेजी से फैलता हुआ, उस बिल्डिंग की बेसमेंट में भर गया। इसके कारण छात्र वहां फंस गए।
वहीं, आम आदमी पार्टी ने बेसमेंट में अवैध रूप से संचालित व्यवसायिक गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की वकालत की है। ‘आप’ नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि दिल्ली का ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त है। भाजपा ने 15 साल में ड्रेनेज पर कोई काम नहीं किया। ड्रेनेज की सफाई व डी-सिल्टिंग को लेकर मैं डीजेबी के सीईओ और एमसीडी के अफसरों से मिला था और उनसे सीवर के ब्लॉक होने और पाइप टूटने की शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हमें राजनीति में नहीं पड़ना है, बल्कि इसका समाधान तलाशना है।
पाठक का यह भी कहना है कि बेसमेंट का व्यवसायिक इस्तेमाल एक आपराधिक गतिविधि है। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पूरी दिल्ली में बहुत सारे लोग बेसमेंट का व्यवसायिक इस्तेमाल कर रहे हैं। नियम विरुद्ध बेसमेंट में चल रही व्यवसायिक गतिविधियों पर अंकुश नहीं लगाया गया, तो भविष्य में कोई और घटना हो सकती है। इसलिए कोचिंग सेंटर में हुई घटना की पूरी पारदर्शिता से जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
पाठक ने कहा कि केवल राजेंद्र नगर ही नहीं, बल्कि दिल्ली के बहुत सारे इलाकों में बहुत सारे लोग बेसमेंट को कमर्शियल गतिविधियों में इस्तेमाल कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जिस कोचिंग संस्थान में घटना हुई है, वहां जलभराव होता है। बेसमेंट में बच्चे पढ़ रहे थे। इस दौरान कोई गाड़ी वहां से गुजरी और उससे टक्कर लगकर बेसमेंट का दरवाजा टूट गया और बेसमेंट में पानी भर गया। सवाल यह है कि बेसमेंट में बच्चे पढ़ क्यों रहे थे। कोचिंग संस्थान ने बेसमेंट में लाइब्रेरी खोल रखी है, बच्चों को पढ़ा रहे हैं। यह पूरी तरह से आपराधिक गतिविधि है और इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही, इसमें जिन अफसरों की मिलीभगत है, उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे तो पूरी दिल्ली बर्बाद हो जाएगी।
दुर्गेश पाठक ने कहा कि नाले की डी-सिल्टिंग हुई है। फिर भी इसकी पूरी पारदर्शिता के साथ जांच होनी चाहिए। इसके लिए जो भी जिम्मेदार हो, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। अगर नियम विरुद्ध बेसमेंट में चल रही व्यवसायिक गतिविधियों और कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, तो पूरा सिस्टम बर्बाद हो जाएगा। आज पानी भरने से घटना हुई, कल कोई और घटना हो सकती है। किसी भी घर के बेसमेंट में कमर्शियल गतिविधि हो रही है, तो उसको सील करना पड़ेगा। दिल्ली के राजेंद्र नगर में जिस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में अचानक पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हुई है, वहां अवैध रूप से लाइब्रेरी संचालित हो रही थी।