पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने रविवार को राज्य के युवाओं से अमेरिका से अवैध प्रवासियों के हाल ही में निर्वासन से सबक सीखने का आग्रह करते हुए उनसे गलत तरीकों से विदेश जाने के विचार को त्यागने और अपने मूल राज्य में कड़ी मेहनत करने की अपील की ताकि इसे देश में अग्रणी बनाया जा सके।
यहां एक खेल प्रतियोगिता के दौरान उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें इस पवित्र भूमि पर जन्म मिला है, जो विश्व की सबसे उपजाऊ भूमि है।
हालांकि, उन्होंने इस बात पर दुख जताया कि राज्य में सरकारों की विफलता के कारण युवाओं को रोजगार की तलाश में अन्य देशों में पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि अमेरिका से बड़े पैमाने पर लोगों का निकाला जाना हम सभी के लिए आंख खोलने वाली बात है और अब हमें अवैध रूप से विदेश नहीं जाना चाहिए, बल्कि राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में कड़ी मेहनत करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही पंजाब में युवाओं को योग्यता के आधार पर 50,000 से अधिक सरकारी नौकरियां दी हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के इतिहास में यह पहली बार है कि तीन साल में युवाओं को इतनी बड़ी संख्या में सरकारी नौकरियां दी गई हैं।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह प्रवृत्ति आने वाले दिनों में भी जारी रहेगी क्योंकि राज्य के युवाओं के लिए बड़ी संख्या में नौकरियां पाइपलाइन में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके कारण पंजाब में रिवर्स माइग्रेशन देखा जा रहा है क्योंकि युवा राज्य में सरकारी नौकरियों में शामिल होने के लिए विदेशी भूमि छोड़ रहे हैं।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि पारदर्शी भर्ती से युवाओं में राज्य सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है, जिसके कारण उन्होंने विदेश जाने का विचार त्याग दिया है और यहीं सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह बात सर्वविदित है कि विदेश जाने की पूर्व प्रवृत्ति के विपरीत, राज्य के शिक्षण संस्थानों में युवाओं द्वारा प्रवेश लेने में भारी वृद्धि देखी जा रही है।
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