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प्रयागराज महाकुंभ आने वाले श्रद्धालुओं को मिलेगी स्लीपिंग पॉड की सुविधा

Devotees coming to Prayagraj Mahakumbh will get the facility of sleeping pod.

प्रयागराज, 27 जनवरी । उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से आयोजित भव्य महाकुंभ में अब तक 10 करोड़ से ज्यादा लोगों ने संगम में डुबकी लगाई है। संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में भारी संख्या में श्रद्धालु यहां पर पहुंचेंगे। इसे लेकर रेल, बस अड्डों पर गाड़ियों की संख्या बढ़ाई गई है। मौनी अमावस्या पर जहां रेलवे 150 मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर रहा है तो वहीं बस अड्डों से कई बसों का संचालन किया जाएगा। प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सहलूयित को देखते हुए स्लीपिंग पॉड की सुविधा दी जा रही है।

स्लीपिंग पॉड के प्रभारी योगेंद्र पांडे ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि स्लीपिंग पॉड में सुविधाएं जनता के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित हैं, जिसमें आगंतुकों के लिए फोन, लेपटॉप चार्ज करने की व्यवस्था है। इसके अतिरिक्त, आगंतुकों के आराम के लिए पानी और शौचालय की उचित व्यवस्था की गई है। महाकुंभ मेले को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर ये 70 स्लीपिंग पॉड बनाए गए हैं। इनमें कई सिंगल स्लीपिंग पॉड, महिलाओं के लिए पिंक स्लीपिंग पॉड और डबल स्लीपिंग पॉड के साथ-साथ फैमिली पॉड शामिल हैं।

यहां आने वाले श्रद्धालु भी राज्य सरकार की व्यवस्था से काफी खुश हैं। एक श्रद्धालु ने बताया कि यहां आकर काफी अच्छा लगा है। महाकुंभ वाकई अद्भुत है। हर किसी को इसे देखना चाहिए। हालांकि मुझे उम्मीद नहीं थी कि यह इतना अच्छा होगा। तैयारियां बहुत बढ़िया हैं, और यहां सब कुछ खूबसूरती से व्यवस्थित है।

दूसरी तरफ प्रयागराज में विहिप सम्मेलन हुआ। विहिप सम्मेलन के बारे में महामंडलेश्वर यतीन्द्रानंद महाराज ने कहा कि आज विश्व हिन्दू परिषद सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में मुख्य चर्चा भारत के उस गौरव को पुनः स्थापित करने पर हुई, जिसने कभी इसे विश्व गुरु का दर्जा दिलाया था। सनातन मूल्यों और परंपराओं को पुनः स्थापित करने पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है।

वीएचपी की बैठक पर सुधांशु महाराज ने कहा कि संतों में अपार उत्साह है और देशभर में हिंदू एकता को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। सभी संत इस उद्देश्य के लिए काम कर रहे हैं और इस बात पर जोर दिया गया है कि सभी को इस प्रयास में योगदान देना चाहिए।

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