N1Live Uttar Pradesh महाकुंभ में अदाणी ग्रुप के काम से खुश हुए श्रद्धालु
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महाकुंभ में अदाणी ग्रुप के काम से खुश हुए श्रद्धालु

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महाकुंभ नगर, 20 जनवरी । संगम नगरी प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में अदाणी ग्रुप और इस्कॉन ने प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालुओं को महाप्रसाद वितरित करने का लक्ष्य रखा है। इतना ही नहीं, यहां आने वाले श्रद्धालुओं को गीता प्रेस का आरती संग्रह भी दिया जा रहा है। अदाणी ग्रुप की पहल की महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं ने तारीफ की है।

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से आईं श्रद्धालु ममता पांडेय ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “अदाणी ग्रुप की तरफ से आरती संग्रह दिया गया है, जो बहुत अच्छी बात है। यह कदम यहां आने वाले हिंदुओं के लिए अच्छा है, क्योंकि सुबह-शाम भजन कीर्तन में इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा।”

उन्होंने कहा, “अदाणी ग्रुप द्वारा बहुत अच्छा कार्य किया जा रहा है। आरती संग्रह पाकर हम लोग काफी खुश हैं और अदाणी के बारे में भी जानकर अच्छा लगा है। यह बहुत अच्छी बात है कि गरीबों को भी खाना दिया जा रहा है और उनके द्वारा धार्मिक कार्य भी किया जा रहा है, जो अच्छा कदम है।”

सोनभद्र से आईं श्रद्धालु कुसुम सिंह ने कहा, “अदाणी ग्रुप की तारीफ से महाकुंभ में पत्रिकाएं बांटी जा रही हैं। साथ ही उन्होंने श्रद्धालुओं के लिए गाड़ी भी चलाई है और भंडारे की भी व्यवस्था है। वह बहुत ही अच्छा कर रहे हैं और सनातन धर्म के लिए यह एक अच्छा काम है। मैं उनका आभार व्यक्त करती हूं।”

बता दें कि अदाणी ग्रुप के द्वारा सनातन संस्कृति से जुड़ी हुई पत्रिकाएं और किताबें बांटी जा रही हैं। महाकुंभ मेला क्षेत्र में अदाणी ग्रुप के द्वारा जगह-जगह शिविर लगाए गए हैं। इसके अलावा गाड़ी की सुविधा भी की गई है।

महाकुंभ में अदाणी ग्रुप और इस्कॉन के माध्यम से लोगों को मुफ्त में भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। महाकुंभ में अदाणी-इस्कॉन की पहल ने स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान की है। महिला वेंडर्स को प्राथमिकता देते हुए, प्रतिदिन बड़ी मात्रा में सब्जियों और अन्य सामग्री की खरीदारी की जाती है।

महाकुंभ में ग्रीन फूड और क्लीन फूड की अवधारणा को अपनाया गया है। खाना बनाने और परोसने में पूरी तरह से ऑर्गेनिक सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। प्रतिदिन तीन लाख पत्तलों का उपयोग किया जाता है, जो पर्यावरण के लिए सुरक्षित हैं। खाना पकाने के लिए भी ग्रीन ईंधन का उपयोग किया जा रहा है।

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