भक्ति आंदोलन के रहस्यवादी कवि और संत धन्ना भगत को उनकी जयंती पर याद करते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि ऐसे समय में जब समाज अनेक सामाजिक और नैतिक चुनौतियों का सामना कर रहा है, धन्ना भगत की शिक्षाओं और संदेशों की प्रासंगिकता और भी अधिक बढ़ गई है।
मुख्यमंत्री ने जींद जिले के पलवन गांव में आयोजित एक समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर दाड़न खाप ने उन्हें पारंपरिक पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। सभा को संबोधित करते हुए सीएम सैनी ने कहा कि सरकार ने संतों और किसानों के उत्थान के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि सभी संतों की जयंती मनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि उनकी शिक्षाओं को भावी पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए कुरुक्षेत्र में धन्ना भगत पब्लिक स्कूल की स्थापना की गई है।
सीएम सैनी ने लोगों से धन्ना भगत के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि संत के बताए मार्ग पर चलकर हम सभी को बेहतर समाज और मजबूत राष्ट्र के निर्माण में योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि धन्ना भगत का व्यक्तित्व पूर्णिमा के समान शांत और प्रकाशवान था। उन्होंने कहा कि उत्तर भारत में भक्ति आंदोलन को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाने वाले पूज्य संत रामानंद आचार्य के शिष्य धन्ना भगत ने इस मिशन को इतनी शिद्दत से आगे बढ़ाया कि उन्हें राजस्थान में आंदोलन के अग्रणी के रूप में पहचाना जाने लगा।