महाकुंभ नगर, 10 जनवरी । विश्व की प्राचीनतम संस्कृति के अधुनातन माध्यम से साक्षात्कार कराने वाला डिजिटल एक्सपीरियंस सेंटर क्रियाशील हो गया है। गुरुवार को प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्य, भव्य डिजिटल महाकुंभ के इस महत्वपूर्ण सोपान ‘डिजिटल एक्सपीरियंस सेंटर’ का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ‘डिजिटल महाकुंभ एक्सपीरियंस सेंटर’ सही मायनों में महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता को डिजिटल रूप से प्रदर्शित करता है। उन्होंने डिजिटल एक्सपीरियंस सेंटर में वीआर तकनीक के माध्यम से दिखाई जा रही समुद्र मंथन की गाथा की अनुभूति कर, इसकी प्रशंसा की। साथ ही उन्होंने ‘डिजिटल एक्सपीरियंस सेंटर’ की अन्य सभी गैलरी का निरीक्षण भी किया और इसे नई पीढ़ी को भारत की प्राचीनतम संस्कृति से परिचित करवाने का सबसे उपयुक्त केंद्र बताया।
उन्होंने कहा कि हमारी भावी पीढ़ी जो महाकुंभ में संगम स्नान के लिए आएगी, उसे ‘डिजिटल महाकुंभ एक्सपीरियंस सेंटर’ पर जरूर आना चाहिए। इस सेंटर के माध्यम से भावी पीढ़ी को प्राचीनतम भारत की झलक देखने को मिलेगी। वो अपनी जड़ों को महसूस कर पाएंगे और सनातन धर्म के प्रति उनकी आस्था और प्रगाढ़ होगी। न सिर्फ युवा, बल्कि हर एक श्रद्धालु को यहां असीम शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा की अनुभूति प्राप्त होगी। वहीं, विदेशी पर्यटक भी भारत की संस्कृति और इसकी प्राचीनता को महसूस करेंगे।
महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 3 में बना ‘डिजिटल एक्सपीरियंस सेंटर’ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और वर्चुअल रियलिटी (वीआई) के माध्यम से महाकुंभ की पौराणिक कथाओं, समुद्र मंथन, प्रयाग महात्म और त्रिवेणी संगम को डिजिटल रूप से दिखाएगा।
‘डिजिटल एक्सपीरियंस सेंटर’ 60 हजार स्कायर फीट के क्षेत्र में 12 जोन में बंटा हुआ है। इसमें एआई, वीआर, एआर, होलोग्राम और एलईडी डिस्प्ले के माध्यम से पौराणिक गाथाओं को दर्शाया गया है। महाकुंभ आने वाले श्रद्धालु ‘डिजिटल एक्सपीरियंस सेंटर’ में समुद्र मंथन की गाथा की स्वतः अनुभूति कर सकेंगे। यह श्रद्धालुओं के लिए एक अनोखा अनुभव होगा। इसके साथ ही ‘डिजिटल एक्सपीरियंस सेंटर’ आधुनिकतम तकनीक के माध्यम से नई पीढ़ी और विदेशी पर्यटकों को भारत की पुरातन संस्कृति से परिचित करवाने और जोड़ने का कार्य भी करेगा।