मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार नशे और असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर कार्रवाई कर रही है। फरीदकोट डिवीजन के कमिश्नर मनजीत सिंह बराड़ और डिप्टी कमिश्नर पूनमदीप कौर ने सिविल अस्पताल फरीदकोट में नशा मुक्ति केंद्र/ओएटी क्लिनिक का दौरा किया।
कमिश्नर मनजीत सिंह बराड़ ने नशे के उन्मूलन और पीड़ितों के पुनर्वास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने नशा पीड़ितों के सफलतापूर्वक इलाज और उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए सामाजिक सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।
डिप्टी कमिश्नर पूनमदीप कौर ने नशे के आदी लोगों से नशा मुक्ति केंद्रों/ओएटी क्लीनिकों में इलाज कराने की अपील की,
सिविल सर्जन डॉ. चंद्र शेखर कक्कड़ ने बताया कि फरीदकोट जिले में प्रतिदिन लगभग 1,200 नशा रोगियों की जांच की जाती है, जिनमें से 12,626 पंजीकृत नशा पीड़ितों को 14 ओएटी केंद्रों और दो नशा मुक्ति केंद्रों में मुफ्त उपचार दिया जाता है।
सहायक कमिश्नर (जी) मैडम तुषिता गुलाटी, एसएमओ डॉ. परमजीत सिंह बराड़, डॉ. सरबदीप सिंह रोमाणा, सुनील कुमार, कुलदीप सिंह फार्मासिस्ट, संतोष कुमार सहित ओट सेंटर, अस्पताल का स्टाफ मौजूद था।