चेन्नई, 28 दिसंबर । लोकप्रिय तमिल अभिनेता और तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता विजयकांत का गुरुवार को चेन्नई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनकी उम्र 71 साल थी। उन्होंने देसिया मुरपोक्कू द्रविड़ कड़गम (डीएमडीके) की स्थापना की थी।
मिओट अस्पताल के अधिकारियों ने उनकी मौत की पुष्टि की। मिलिट्री कैरेक्टर के चित्रण के लिए प्रशंसकों द्वारा “कैप्टन” के रूप में जाने जाने वाले अभिनेता को निमोनिया के इलाज के लिए भर्ती कराया गया था और वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। वो कोविड-19 से भी पीड़ित थे।
अस्पताल ने कहा, “निमोनिया के कारण भर्ती होने के बाद कैप्टन विजयकांत वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। मेडिकल स्टाफ के प्रयासों के बावजूद, 28 दिसंबर की सुबह उनका निधन हो गया।”
विजयकांत ने 2005 में पूर्व सीएम जे. जयललिता और एम. करुणानिधि के वर्चस्व को चुनौती देते हुए डीएमडीके की स्थापना की थी। वह एक सफल अभिनेता, निर्माता और निर्देशक थे, उन्होंने दो बार तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता की भूमिका निभाई। उन्होंने विरुधाचलम और ऋषिवंदियम निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व किया। उनके परिवार में उनकी पत्नी प्रेमलता और दो बेटे हैं।
उन्होंने 1979 में ‘इनिक्कुम इलमाई’ से एक खलनायक के रूप में अपनी शुरुआत की थी और 1980 और 1990 के दशक में एक एक्शन आइकन बन गए।
उनकी सुपरहिट फिल्म ‘सत्तम ओरु इरुट्टाराई’ का हिंदी, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ भाषा में रीमेक किया गया। 1984 में उनकी 18 फ़िल्में रिलीज़ हुईं और वह मुख्य भूमिका में एक वर्ष में अधिकतम फ़िल्में रिलीज़ करने वाले तमिल अभिनेता बन गए। उन्होंने 154 फिल्मों में अभिनय किया और तमिल फिल्म उद्योग में सबसे अधिक पसंद की जाने वाली फिल्मी हस्तियों में से एक थे।
विजयकांत ने घोषणा की थी कि वह अपनी राजनीतिक पार्टी के लिए चंदा नहीं लेंगे। पीएम मोदी ने एनडीए नेताओं की बैठक में उनका खास जिक्र किया था और उन्हें अपना दोस्त बताया था। सार्वजनिक रूप से अक्सर पत्रकारों के प्रति आपत्तिजनक इशारे करने के लिए भी उनकी आलोचना की गई।