चेन्नई, 28 फरवरी । आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए डीएमके सक्रिय हो चुकी है। पार्टी जल्द ही अपने गठबंधन के घटक दल सीपीआई के साथ 3 मार्च को सीट आवंटन पर फैसला करेगी।
पार्टी ने गत 2019 का लोकसभा चुनाव डीएमके के साथ मिलकर तिरुपुर और नागपट्टिनम सीट पर लड़ा था। यह दोनों ही पार्टियां गत लोकसभा चुनाव में धर्मनिरपेक्ष प्रगतिशील गठबंधन का हिस्सा थीं, लेकिन अब इंडिया गठबंधन का हिस्सा बन चुकी हैं।
वहीं, सीपीआई लोकसभा पार्टी के नेता और तिरुपुर से सांसद, के. सुब्बारायण ने मंगलवार को आईएएनएस को बताया कि पार्टी आगामी 3 मार्च को डीएमके के साथ मिलकर सीट शेयरिंग पर फैसला करेगी।
हालांकि, उन्होंने इस बारे में विस्तार से बताने से इनकार कर दिया कि क्या सीपीआई को वही सीटें मिलेंगी, जिन पर उसने 2019 में चुनाव लड़ा था और जीता था या क्या निर्वाचन क्षेत्रों में कोई बदलाव हुआ है।
द्रमुक ने मौजूदा कोयंबटूर लोकसभा सीट सीपीआई (एम) को आवंटित करने से इनकार कर दिया है और इसके कारण दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे पर चर्चा बाधित हो गई है।
डीएमके के नेतृत्व वाले मोर्चे ने 2019 में तमिलनाडु की 39 लोकसभा सीटों में से 38 पर जीत हासिल की थी। डीएमके अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने पार्टी कार्यकर्ताओं, जिला और राज्य के नेताओं को 2024 के लोकसभा चुनावों में पूर्ण जीत के लिए कड़ी मेहनत करने का निर्देश दिया था।
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