शहर के एक नेफ्रोलॉजिस्ट को मंगलवार शाम को उस समय गोली मार दी गई जब वह यहां के पास अर्बन एस्टेट, फेज-2 इलाके में एक किराने की दुकान से बाहर आ रहे थे।
जालंधर हाइट्स-2 में रहने वाले और किडनी अस्पताल में कार्यरत डॉ. राहुल सूद (50) ने अपनी बेटी के जन्मदिन के लिए खरीदारी की। वह पार्किंग एरिया में अपनी कार की ओर जा रहे थे, तभी वहाँ घात लगाए बैठे तीन युवकों ने उन्हें रोक लिया। उन्होंने उन पर हमला किया, लेकिन डॉ. सूद ने उनका डटकर मुकाबला किया, जिसके बाद उनमें से एक ने उनके पैर में गोली मार दी और मौके से फरार हो गए।
बताया जा रहा है कि डॉक्टर ने मौके से अपने कुछ परिचितों को फ़ोन किया, जिसके बाद पुलिस उपायुक्त मनप्रीत एस ढिल्लों और एडीसीपी-2 हरिंदर पाल एस गिल समेत पुलिस की टीमें मौके पर पहुँचीं। डॉक्टर को तुरंत किडनी अस्पताल ले जाया गया। पुलिस टीमों ने सबूत जुटाने के लिए इलाके से सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
ऐसा माना जा रहा है कि हमलावर डॉक्टर की कार छीनना चाहते थे, जिसका उन्होंने विरोध किया। पीड़ित ने किसी भी तरह की जबरन वसूली की कॉल आने या किसी से दुश्मनी होने से इनकार किया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने उस बाइक के आधार पर आरोपियों की पहचान कर ली है जिस पर तीनों युवक घटनास्थल के पास से भागे थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “हम जल्द ही आरोपियों को पकड़ लेंगे।”
हमले के बाद आज तीखी प्रतिक्रियाएँ सामने आईं। जालंधर कैंट के विधायक परगट सिंह ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह डॉक्टर के अपहरण या लूट की कोशिश लग रही है। उन्होंने कहा, “भगवंत मान की सरकार में कानून-व्यवस्था की यह भयावह सच्चाई है।”
यहाँ तक कि भारतीय चिकित्सा संघ ने भी डॉ. सूद के साथ एकजुटता व्यक्त की है। आईएमए की जिला इकाई ने एक संदेश जारी कर कहा, “वह हमारे संगठन के एक वरिष्ठ सदस्य हैं और उन पर हुआ हमला बेहद चिंताजनक है। आईएमए के सभी सदस्य इस चुनौतीपूर्ण समय में उनके साथ एकजुटता से खड़े हैं। आईएमए ने पहले भी चिकित्सा पेशेवरों के खिलाफ हिंसा से जुड़े मामलों में समर्थन जुटाने और तत्काल कार्रवाई के लिए दबाव बनाने में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है।”
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