तिरुवनंतपुरम, 1 मार्च । गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान ने शुक्रवार को कहा कि केरल में युवाओं को हिंसात्मक गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए ‘प्रशक्षित’ किया जा रहा है। उन्होंने सभी लोगों से हिंसा को ‘पंथ’ नहीं बनाने की अपील की।
18 फरवरी को खुदकुशी करने वाले बीवीएसी सेंकड ईयर के छात्र सिद्धार्थ के आवास पर गवर्नर पहुंचे थे। वहां से वापस लौटने के दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में यह बयान दिया। मृतक छात्र को लेकर खबर है कि उसके साथ सीनियर छात्रों से समूह ने मारपीट की थी, जिसके बाद से छात्र की मौत का मामला बड़े विवाद में तब्दील हो चुका है।
प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि यह आत्महत्या का मामला है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद सिद्धार्थ के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उसकी हत्या की गई है। इसके साथ ही छात्रों पर भी सवाल उठाया है, जिसमें से अधिकांश छात्र सीपीआई (एम) स्टूडेंट विंग के हैं।
कॉलेज के 18 विधार्थियों को आरोपी बनाया गया है, जिसमें से आठ को गिरफ्तार कर लिया गया है और शेष फरार हैं।
गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, “आप समाज को कहां से जाना चाहते हैं। युवाओं को हिंसात्मक गतिविधियों में शामिल करने के लिए प्रशक्षित किया जा रहा है। पूरा सिस्टम तबाह हो चुका है। केरल में हर जगह यह स्थिति देखने को मिल रही है।”
उन्होंने कहा, “इन आपराधिक घटनाओं के परिणामस्वरूप पुलिस युवाओं के खिलाफ केस दर्ज करती है। कुछ ताकतें ऐसे युवाओं की फौज खड़ी करना चाहते हैं, जो कि आगे चलकर किसी नौकरी या पासपोर्ट के लिए आवेदन ना कर सकें। लिहाजा सभी से निवेदन है कि कोई हिंसात्मक गतिविधियों को बढ़ावा ना दे।”
इसके अलावा सिद्धार्थ के पिता ने विस्तृत जांच की मांग की। उन्होंने कहा, “जब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक मैं शांत नहीं बैठूंगा।”
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल भी सिद्धार्थ के घर पहुंचे और मुख्यमंत्री पी. विजयन पर एसएफआई का समर्थन करने पर निशाना साधा।
कांग्रेस महासचिव ने कहा, “सिद्धार्थ एक काबिल छात्र था। उनके पिता ने मुझे बताया कि सिद्धार्थ एसएफआई में किसी भी कीमत पर शामिल नहीं होना चाहता था और यही उस पर नृशंस हमले की वजह बना। विजयन अपने सभी नकारात्मक पहलुओं को छुपाने के लिए एसएफआई को समर्थन करते रहते हैं। हम शोक संतृत्प परिवार के साथ हैं। यह सुनिश्चित करेंगे कि इंसाफ मिले।”
बीवीएससी के प्रो-चांसलर और राज्य पशुपालन मंत्री जे. चिंचुरानी ने कहा, “मामले की जांच जारी है, जिसमें सभी पहलुओं को विस्तारपूर्वक देखा जाएगा।”
विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन ने कहा, “सिद्धार्थ का मर्डर करके उसके शव को इस तरह से टांग दिया गया जिससे यह प्रतीत हो सके कि यह आत्महत्या है।”
उन्होंने आगे कहा, “सारी क्रूरताएं हॉस्टल में हुईं और यह अजीब है कि डीन और हॉस्टल वार्डन ने अनभिज्ञता जताई। एसएफआई एक आपराधिक गिरोह में बदल गया है और कई परिसरों में इसका डर है। उनकी ताकत सीपीआई (एम) से मिलने वाले समर्थन से आती है।”