पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि पिछले 11 सालों से सत्ता में काबिज भाजपा पूरी तरह विफल साबित हुई है, क्योंकि न तो केंद्र ने हरियाणा को कोई बड़ी परियोजना दी है और न ही राज्य सरकार को उससे कोई महत्वपूर्ण परियोजना मिल सकी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में डबल इंजन पूरी तरह विफल साबित हुआ है।
आज नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए हुड्डा ने स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, कृषि, बिजली, दलित पिछड़े, महिलाओं आदि के क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस के रिपोर्ट कार्ड की तुलना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने एक नई स्वास्थ्य यूनिवर्सिटी, छह नए मेडिकल कॉलेज, एम्स-2 और बाढ़सा में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान बनवाया था। उन्होंने कहा कि 11 साल में इस सरकार ने प्रदेश में एक भी मेडिकल कॉलेज या यूनिवर्सिटी नहीं बनवाई और न ही मनेठी में एम्स का काम आगे बढ़ाया गया।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में कांग्रेस सरकार ने महेंद्रगढ़ में केंद्रीय विश्वविद्यालय, 12 नए विश्वविद्यालय, 154 नए पॉलिटेक्निक कॉलेज, 56 नए आईटीआई और चार नए इंजीनियरिंग कॉलेज के अलावा सोनीपत में राजीव गांधी एजुकेशन सोसायटी का निर्माण किया। साथ ही उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने अपने साढ़े नौ साल के कार्यकाल में दो लाख से अधिक नौकरियां दी हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, “भाजपा सरकार के दौरान 30 से अधिक पेपर लीक हुए।” उन्होंने कहा कि भारत सरकार के अनुसार, हरियाणा में देश में सबसे अधिक बेरोजगारी दर है। “बेरोजगारों को ‘डंकी’ मार्ग के माध्यम से विदेशों में पलायन करने के लिए मजबूर किया गया है। अग्निपथ योजना के कार्यान्वयन के बाद, 5,500 स्थायी सैनिकों की बजाय अब हरियाणा से केवल 900 अग्निवीरों की भर्ती की जा रही है।”
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