प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी ने 2,781 करोड़ रुपए की दो रेलवे प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी, जिसमें गुजरात की द्वारका-कानुस रेल लाइन को डबल करने की परियोजना भी शामिल है। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद पूनमबेन माडम ने कैबिनेट मंजूरी की तारीफ की और इस परियोजना को महत्वपूर्ण बताया।
भाजपा सांसद पूनमबेन माडम ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “जामनगर और द्वारका जिले के लिए बहुत खुशी का दिन है। मोदी कैबिनेट की मंजूरी के बाद एक बहुत बड़ी सुविधा हमें आने वाले दिनों में प्राप्त होने वाली है। हम सब यह बात जानते हैं कि राजकोट से जामनगर तक रेलवे के डबलिंग की मंजूरी मिल चुकी थी। अब वो काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। 2026 जून तक करीब यह कार्य पूरा होने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।”
उन्होंने बताया, “सभी जानते हैं कि रेलवे हमारे देश में कनेक्टिविटी का एक बहुत महत्वपूर्ण माध्यम है। प्रधानमंत्री इस यातायात के माध्यम से पूरे देश को जोड़ने का काम कर रहे हैं। पीएम गतिशक्ति योजना के अंतर्गत जामनगर और द्वारका जिले को प्राथमिकता के रूप में इस प्रोजेक्ट की मंजूरी प्राप्त हुई है।”
दरअसल, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को घोषणा की कि गुजरात में द्वारका-कानुस रेल लाइन को डबल करने और मुंबई मेट्रोपॉलिटन एरिया में बदलापुर और कर्जत के बीच तीसरी और चौथी लाइन बनाने की मंजूरी मिली है। ये प्रोजेक्ट्स गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों के चार जिलों को कवर करेंगे, और भारतीय रेलवे के मौजूदा नेटवर्क को लगभग 224 किलोमीटर तक बढ़ा देंगे।
देवभूमि द्वारका (ओखा)-कानुस रेल लाइन के डबलिंग से द्वारकाधीश मंदिर तक कनेक्टिविटी बेहतर होगी और सौराष्ट्र क्षेत्र का विकास होगा, साथ ही कोयला, नमक, कंटेनर, और सीमेंट जैसे सामान का ट्रांसपोर्टेशन भी बेहतर होगा। ये प्रोजेक्ट्स पीएम मोदी के विकसित भारत के विजन के अनुसार हैं, जो इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर फोकस करते हैं ताकि लोगों को आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
बढ़ी हुई लाइन कैपेसिटी से मोबिलिटी बढ़ेगी, और भारतीय रेलवे की ऑपरेशनल एफिशिएंसी और सर्विस रिलायबिलिटी भी बेहतर होगी। साथ ही ऑपरेशन्स सिंपल होंगे और कंजेशन कम होगा। ये प्रोजेक्ट्स पीएम गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान के अनुसार प्लान किए गए हैं। इन प्रोजेक्ट्स से लगभग 32 लाख की आबादी वाले 585 गांवों की कनेक्टिविटी बढ़ेगी। ये कोयला, नमक, कंटेनर और सीमेंट के ट्रांसपोर्टेशन के लिए जरूरी हैं। कनुस से ओखा (देवभूमि द्वारका) तक लाइन डबलिंग से द्वारकाधीश मंदिर तक कनेक्टिविटी बेहतर होगी, जिससे प्रमुख तीर्थ स्थलों तक पहुंचना आसान होगा।
–


Leave feedback about this