हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज युवाओं से आह्वान किया कि वे राष्ट्रीय ध्वज के गौरव को बनाए रखने का संकल्प लें तथा सेवा, समर्पण और स्वाभिमान के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ें।
मुख्यमंत्री यहां लाडवा विधानसभा क्षेत्र में ‘तिरंगा यात्रा’ का नेतृत्व करने आए थे।
एक सभा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा, “अतीत में कई सैन्य अभियान देखे गए, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर मानवीय संकल्प, तकनीकी कौशल और रणनीतिक सटीकता का एक असाधारण उदाहरण है। ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को भारत के साहस के बारे में एक मजबूत संदेश दिया है और यह भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए प्रधानमंत्री की अटूट प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।”
उन्होंने कहा, “हमारे बहादुर सैनिकों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकवादियों का सफाया कर दिया, जिससे यह कड़ा संदेश गया कि भारत की संप्रभुता को किसी भी तरह का खतरा गंभीर परिणाम देगा। भारतीय सेना द्वारा किए गए मिसाइल हमलों ने न केवल पाकिस्तान को प्रभावित किया, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी इसकी गूंज सुनाई दी, जिसकी गूंज चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका तक पहुंची। जब इस मामले पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा हुई, तो युद्धविराम ने यह दिखा दिया कि भारत युद्ध के पक्ष में नहीं है, लेकिन अगर शांति को कमजोरी समझा गया तो वह चुप नहीं बैठेगा। वीरता और संयम का यह मिश्रण ही हमारे देश को वास्तव में महान बनाता है।”
मुख्यमंत्री ने युवाओं से एक ऐसे भारत का निर्माण करने का आह्वान किया जो अपने गौरवशाली अतीत से शक्ति प्राप्त करे और एक मजबूत और आत्मनिर्भर भविष्य की ओर आत्मविश्वास से आगे बढ़े। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ‘तिरंगा यात्रा’ केवल राष्ट्रीय ध्वज के साथ एक मार्च नहीं है, बल्कि देशभक्ति की सच्ची भावना और राष्ट्र के लिए किए गए बलिदानों का सम्मान करने का एक सार्थक अवसर है।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में निकाली गई इस यात्रा में बड़ी संख्या में युवा, महिलाएं और वरिष्ठ नागरिक शामिल हुए। यात्रा लाडवा के बस स्टैंड से शुरू होकर लाडवा-इंद्री रोड, हिनोरी चौक और इंद्री चौक सहित विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए रामकुंडी में संपन्न हुई। यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने शहीद मदन लाल ढींगरा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। सीएम ने रामकुंडी धर्मशाला के सभागार में पहलगाम हमले के शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की आलोचना करते हुए कहा कि अहंकार के कारण पंजाब के मुख्यमंत्री ने गुरुओं की शिक्षाओं का पालन करने से इनकार कर दिया और हरियाणा के हिस्से का पानी रोक दिया। उन्हें ऐसी राजनीति से दूर होकर समाज के हित में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब को सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के फैसलों का पालन करना चाहिए और हरियाणा के वैध अधिकारों में बाधा डालना बंद करना चाहिए। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री से राजनीतिक विचारों से ऊपर उठकर अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाने की अपील की।
प्रधानमंत्री से मुलाकात के बारे में सीएम नायब सैनी ने कहा कि हरियाणा में विकास सुनिश्चित करने के लिए नए अवसर पैदा किए जा रहे हैं। अमृत स्टेशन योजना के तहत कई रेलवे स्टेशनों का महत्वपूर्ण उन्नयन किया जा रहा है।
Leave feedback about this