पलवल, 12 मई जिले के हथीन उपमंडल के 30 से अधिक गांवों में पीने के पानी की कमी एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बनकर उभरी है। मंदनाका के निवासियों ने कल उस समय काले झंडे लहराकर विरोध प्रदर्शन किया जब लोकसभा चुनाव के एक उम्मीदवार के समर्थकों को ले जा रहे वाहन उनके गांव से गुजर रहे थे।
स्थानीय लोगों ने कहा कि गांवों को पीने और सिंचाई के पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है। मंदनाका के निवासी जगराम ने कहा, ”हमारे पास सड़क पर उतरने और काले झंडे दिखाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है क्योंकि पिछले आठ वर्षों से पीने योग्य पानी की हमारी मांग पूरी नहीं हुई है।”
उन्होंने कहा कि महिलाएं दूर-दूर से पानी लाती हैं। उन्होंने कहा कि गांव के काली बस्ती क्षेत्र में रहने वाले बीपीएल श्रेणी के 136 परिवार पेयजल के मुद्दे पर चुनाव का बहिष्कार कर सकते हैं।
जहां पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचकर निवासियों को काले झंडे न लहराने के लिए मना रहे थे, वहीं एक उम्मीदवार के समर्थकों ने विरोध को टालने के लिए रास्ता बदल दिया।
मंदनाका के एक अन्य निवासी शीशपाल ने कहा कि क्षेत्र में पीने और सिंचाई के पानी की कमी क्षेत्र के खराब विकास का एक कारण रही है और निवासी उन नेताओं से परेशान हैं जो यहां केवल वोट मांगने आते हैं।
धीरनकी गांव के यूनुस ने कहा कि पीने का पानी इस क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा रहा है। हचपुरी गांव के शमीम ने कहा, “कई साल पहले शुरू की गई रननी कुएं के माध्यम से पीने के पानी की आपूर्ति करने की एक परियोजना कई क्षेत्रों में राहत लाने में विफल रही है।”
Leave feedback about this