शिमला, 18 जून राज्य में लंबे समय से चल रहे सूखे के कारण करीब 20 प्रतिशत जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं, जिससे बड़ी संख्या में लोग जल संकट से जूझ रहे हैं। जल शक्ति विभाग के मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, “राज्य में कुल 10,067 जलापूर्ति योजनाओं में से 1,797 अलग-अलग हद तक प्रभावित हुई हैं। इन सभी योजनाओं में पानी का स्तर आवश्यक स्तर से नीचे चला गया है।” इन 1,767 योजनाओं में से 165 योजनाएं सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं क्योंकि इन योजनाओं में पानी की आपूर्ति 75 प्रतिशत से अधिक कम हो गई है।
ठियोग में 6 से 8 दिन बाद पानी ठियोग में कई इलाकों में छह से आठ दिन बाद पानी मिल रहा है। आस-पास के गांवों में टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है, लेकिन वह पर्याप्त नहीं है। विवेक थापर, पूर्व चेयरमैन, ठियोग नगर निगम
शिमला जिले के ठियोग क्षेत्र, सोलन, नाहन, बिलासपुर और हमीरपुर सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं। ठियोग में कुल 5,252 बस्तियों में से 986 बस्तियाँ प्रभावित हुई हैं। इसी तरह सोलन में 747, नाहन में 973, हमीरपुर में 1054 और बिलासपुर में 519 बस्तियाँ पानी की समस्या से जूझ रही हैं।
अग्निहोत्री ने कहा, “हमने पूरे स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और सभी को स्थिति को संभालने के लिए फील्ड में तैनात कर दिया गया है। हमने अधिकारियों को प्रभावित इलाकों में पानी उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश जारी किए हैं।” अग्निहोत्री ने कहा, “प्रभावित इलाकों में टैंकर भेजने के अलावा हैंडपंप लगाने जैसे अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है।”
इस बीच, प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। ठियोग नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष विवेक थापर ने कहा, “ठियोग शहर के कई इलाकों में छह से आठ दिन बाद पानी की आपूर्ति हो रही है। आस-पास के गांवों में टैंकर से पानी मिल रहा है, लेकिन वह पर्याप्त नहीं है। कुल मिलाकर लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।” सोलन में रहने वाले लोगों का कहना है कि तीन से चार दिन बाद पानी की आपूर्ति हो रही है। सोलन के एक निवासी ने कहा, “करीब 10 दिन पहले तक पानी की आपूर्ति ठीक थी, लेकिन अब तीसरे-चौथे दिन के बाद पानी की आपूर्ति हो रही है। हम पानी के विवेकपूर्ण उपयोग और जरूरत पड़ने पर टैंकर बुलाकर संकट से निपट रहे हैं।”
बढ़ते तापमान के साथ, संकट हर गुजरते दिन के साथ बढ़ता जा रहा है। सिर्फ़ एक हफ़्ते में ही प्रभावित योजनाओं की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। पिछले सोमवार को प्रभावित योजनाओं की संख्या लगभग 1,000 थी; दो दिन पहले, यह संख्या बढ़कर 1,797 हो गई। अग्निहोत्री ने कहा, “हम इस संकट से निपटने के लिए अगले कुछ दिनों में बारिश की उम्मीद कर रहे हैं।”