बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा और राजस्थान सरकार में मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने आपातकाल के 50 साल पर कांग्रेस पर तंज कसते हुए इसे लोकतंत्र को खत्म करने का प्रयास बताया।
राजस्थान सरकार में मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि 25 जून को पूरा देश काला दिवस मनाता है। कांग्रेस के लोग आज संविधान की रक्षा की बात करते हैं, उन्होंने सबसे पहले इसका उल्लंघन किया। लोकतंत्र हर व्यक्ति को अपने विचार और राय व्यक्त करने का अधिकार देता है।
उन्होंने कहा कि जब लोग लोकतंत्र की स्थापना के लिए काम कर रहे थे, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कई लोगों को जेल में डाल दिया, उन्हें यातनाएं दी और उन्हें 17 से 18 महीने या दो साल तक जेल में रखा। हालांकि, विजय उनकी हुई जो लोकतंत्र की स्थापना करना चाहते थे। लोकतंत्र स्थापित हुआ। पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की जमीन खिसक गई थी। इसीलिए, उन्होंने आम आदमी की आवाज को बंद करने का प्रयास किया।
आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि आपातकाल लोकतंत्र को खत्म करने और संविधान को महज औपचारिकता में बदलने के लिए था। ऐसे लोगों की मानसिकता और प्रकृति नहीं बदली है। आज भी कांग्रेस और कांग्रेस के संरक्षण में रहने वाले लोग अपराधियों, आर्थिक अपराधियों और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी इन गलतियों को सुधार रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मानसिकता हमेशा संविधान का अपहरण करने, वंशवादी शासन और तुष्टिकरण की राजनीति स्थापित करने, संविधान का उल्लंघन करने और संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करने की रही है। आपातकाल के बारे में हमारी पीढ़ी को जानना बेहद ही जरूरी है। जिससे हमारी युवा पीढ़ी इनके दोहरे चरित्र को समझ सके। कांग्रेस की जिस तरह की मानसिकता है, वो हमेशा खतरा ही पैदा करेगी।
Leave feedback about this