हमीरपुर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत एम्बुलेंस सेवाएं संचालित करने वाली मेडस्वान फाउंडेशन के खिलाफ शुक्रवार को 102 और 108 एम्बुलेंस सेवाओं के कर्मचारियों ने हड़ताल की और जुलूस निकाला।
सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीटू) से संबद्ध 102 और 108 एम्बुलेंस कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने आरोप लगाया कि फाउंडेशन कर्मचारियों का शोषण कर रहा है और उन्हें न्यूनतम वेतन भी नहीं दिया जा रहा है। कर्मचारियों को बिना ओवरटाइम के 12 घंटे काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
सीटू के राष्ट्रीय सचिव कश्मीर सिंह ठाकुर ने कहा कि उच्च न्यायालय, श्रम न्यायालय और श्रम विभाग तक गुहार लगाने के बाद भी कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ है। उल्टे उन पर तबादला स्वीकार करने या इस्तीफा देने का मानसिक दबाव बनाया जा रहा है।
यूनियन के अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि जीवीके ईएमआरआई कंपनी में सेवा समाप्ति के बाद कर्मचारियों को समाप्ति भत्ता, ग्रेच्युटी और नोटिस अवधि का वेतन नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि श्रम कानूनों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है और यह एक दिवसीय हड़ताल बस एक चेतावनी है।