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दिमाग को सशक्त बनाना छात्र संवैधानिक अधिकारों के बारे में सीखते हैं

Empowering Minds Students learn about constitutional rights

राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, संजौली के उत्कृष्टता केंद्र के राजनीति विज्ञान विभाग ने संविधान दिवस को संविधान की प्रस्तावना के सामूहिक पाठ तथा सांस्कृतिक एवं शैक्षिक कार्यक्रमों की श्रृंखला के साथ मनाया।

कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना और उसके बाद संविधान की प्रस्तावना के संयुक्त पाठ से हुई। बीए अंतिम वर्ष के छात्र पीयूष शर्मा के नेतृत्व में, “संवैधानिक विकास और विकलांग व्यक्तियों के अधिकार” विषय पर एक गहन प्रस्तुति के माध्यम से, विकसित होते संवैधानिक ढाँचे और समावेशी अधिकारों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में बीए अंतिम वर्ष की छात्रा अदिति द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति नृत्य ने दर्शकों में राष्ट्रीय गौरव की भावना जगाई। एक विचारोत्तेजक नाटक, “क्या होगा यदि हमारे मौलिक अधिकार छीन लिए जाएँ?” ने दर्शकों को संवैधानिक सुरक्षा के महत्व पर विचार करने के लिए प्रेरित किया। “विविधता में एकता” विषय पर आधारित मॉडलिंग राउंड के माध्यम से देश की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन किया गया।

दीपिका, दिशा, दिव्यांश और ध्रुव नामक छात्रों द्वारा बनाई गई “भारत: रियासतों से एक राष्ट्र तक” नामक एक वृत्तचित्र में भारत के एक एकीकृत गणराज्य में परिवर्तन को प्रभावी ढंग से दर्शाया गया। इसके बाद स्थानीय हिमाचली संस्कृति का जश्न मनाते हुए पारंपरिक नाटी का जीवंत प्रदर्शन किया गया।

मुख्य अतिथि, प्रधानाचार्या भारती भागरा ने छात्रों के प्रयासों को प्रेरणादायक और बौद्धिक रूप से समृद्ध बताया। कार्यक्रम का समापन विभागाध्यक्ष डॉ. पूनम चंदेल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने सभी प्रतिभागियों और उपस्थित लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।

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