मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज निर्देश दिया कि राज्य में कहीं भी सीवेज या औद्योगिक अपशिष्ट नालों में नहीं डाला जाना चाहिए। उन्होंने विभागों को ऐसे सभी स्थानों की पहचान करने और नालों में प्रदूषित पानी के प्रवाह को रोकने के लिए प्रभावी उपाय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शुरुआती चरण में अंबाला, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर जिलों में कार्रवाई की जानी चाहिए और अगले तीन महीनों में महत्वपूर्ण सुधार हासिल किए जाने चाहिए।
मुख्यमंत्री ने बजट भाषण में की गई घोषणाओं की प्रगति का आकलन करने के लिए आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए ये निर्देश दिए। अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी प्रतिबद्धताओं को शीघ्रता से पूरा किया जाना चाहिए।
अरावली क्षेत्र में विकसित किए जाने वाले जंगल सफारी की प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां ऐसे जानवरों को रखा जाना चाहिए जो मनुष्यों के लिए हानिकारक नहीं हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि सफारी को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की गाइडलाइन के अनुसार ही बनाया जाना चाहिए। मानसून को ध्यान में रखते हुए ऐसे पौधों के बीज भी बोए जाएं जो प्राकृतिक रूप से वातावरण में विकसित होकर स्थिर हो सकें। उन्होंने पर्यावरण एवं वन विभाग की अन्य घोषणाओं की भी समीक्षा की।
पर्यटन एवं विरासत विभाग की घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य भर में त्योहारों, मेलों और समारोहों में जन भागीदारी बढ़ाने के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। उन्होंने पर्यटन एवं विरासत विभाग को इन कार्यक्रमों के सफल आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के साथ समन्वय स्थापित करने को कहा।
उन्होंने पिंजौर में यादवेंद्र गार्डन की विरासत को संरक्षित करने और सुंदर बनाने के महत्व पर जोर दिया, ताकि देश भर से पर्यटक इस स्थल का दौरा कर सकें और इसका आनंद उठा सकें। बैठक में यह भी बताया गया कि केंद्र सरकार ने मोरनी में यादवेंद्र गार्डन और टिक्करताल के पुनर्विकास के लिए 90 करोड़ रुपये से अधिक की राशि मंजूर की है।
यह भी बताया गया कि अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड शिल्प मेला दूसरी बार दशहरा और दिवाली के बीच आयोजित किया जाएगा, ताकि जनता को एक मजबूत मंच उपलब्ध कराया जा सके।
इस अवसर पर मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरूण कुमार गुप्ता, पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन विनीत गर्ग, खेल विभाग के प्रधान सचिव नवदीप विर्क, पर्यटन एवं हेरिटेज विभाग की प्रधान सचिव कला रामचंद्रन, वित्त विभाग के आयुक्त एवं सचिव मोहम्मद शाईन, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव साकेत कुमार, मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव यशपाल यादव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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