ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरएसईटीआई) के निदेशक अजय कुमार कतना ने कहा कि नौकरी की तलाश करने से कहीं बेहतर है कि अपना खुद का उद्यम शुरू किया जाए, क्योंकि इससे व्यवसाय और नेतृत्व क्षमता बढ़ती है। वे मंगलवार को हमीरपुर के निकट बनी कस्बे में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के प्रशिक्षुओं को जागरूकता कार्यक्रम के समापन पर संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वेतनभोगी नौकरी करने की तुलना में अपना खुद का उद्यम या व्यवसाय चलाना अधिक फायदेमंद है। उन्होंने कहा कि व्यवसाय स्थापित करके व्यक्ति न केवल स्वरोजगार सृजित कर सकता है, बल्कि दूसरों को भी रोजगार प्रदान कर सकता है।
उन्होंने कहा, “एक बार स्थापित होने के बाद, व्यवसाय आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित करता है।” उन्होंने युवाओं को विभिन्न बैंक ऋणों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया
कतना ने बताया कि आम जनता को स्वरोजगार के लिए प्रेरित, प्रोत्साहित एवं प्रशिक्षित करने के लिए आरएसईटीआई के माध्यम से नियमित रूप से जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
उन्होंने प्रशिक्षुओं को मुद्रा योजना, विश्वकर्मा योजना, इंटर्नशिप योजनाएं, स्वास्थ्य बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना और अन्य पहलों के साथ-साथ डिजिटल बैंकिंग के लाभों के बारे में भी जानकारी दी।
इस अवसर पर आईटीआई के प्रधानाचार्य राजेश शर्मा, पंजाब नेशनल बैंक के वित्तीय साक्षरता सलाहकार जीसी भट्टी और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।