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25-30 साल बाद भी दोस्त को नहीं भूले थे मनमोहन सिंह, देखते ही पूछा क्या हाल है हंसराज?

Even after 25-30 years, Manmohan Singh had not forgotten his friend, on seeing this, asked what is the condition of Hansraj?

चंडीगढ़, 27 दिसंबर। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह कैसे विद्यार्थी थे, क्या वो अपने पुराने दिनों और मित्रों को याद रखते थे? उनके मित्र और अमृतसर के हिंदू कॉलेज में सहपाठी रहे हंसराज चौधरी ने कुछ किस्सों के जरिए मनमोहन सिंह की शख्सियत को परिभाषित किया।

आईएएनएस से बातचीत के दौरान अपने पुराने दिनों को याद किया। डॉ. एचआर चौधरी के नाम से जाने जाने वाले हंसराज चौधरी ने बताया कि वह और मनमोहन सिंह 1952 में हिंदू कॉलेज में एक ही क्लास में पढ़ते थे।

हंसराज चौधरी ने कहा कि मनमोहन सिंह और मैं दोनों साथ में पढ़ते थे। हमारे प्रोफेसर हमें मुश्किल सवाल देते थे, जिन्हें हम दोनों मिलकर हल करते थे और फिर बाकी छात्रों को बताते थे। उस समय मनमोहन सिंह की बुद्धिमत्ता और लगन बहुत ही अद्वितीय थी।

मनमोहन सिंह के साथ की मुलाकात को लेकर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि लगभग 25-30 साल पहले जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, तब हमारी मुलाकात हुई थी। उस मुलाकात के दौरान भी डॉ. मनमोहन सिंह ने उन्हें पहचान लिया था और बड़े स्नेह के साथ उनका हाल-चाल पूछा। चौधरी के अनुसार मनमोहन सिंह ने उनसे पूछा था कि हंसराज, क्या हाल है?।

मनमोहन सिंह की शख्सियत के बारे में हंसराज चौधरी ने कहा कि वह बेहद प्यार और सादगी से भरे हुए व्यक्ति थे। उनकी सरलता और सौम्यता ने हमेशा मुझे प्रभावित किया। उन्होंने आगे कहा कि चंडीगढ़ में मनमोहन सिंह ने मकान बनवाया था, लेकिन वह वहां कभी नहीं रहे। वह मकान उन्होंने किराए पर दे दिया और उनकी बेटी ही उस घर का ध्यान रखती है।

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया था, वो 92 साल के थे। गुरुवार की शाम तबीयत बिगड़ने पर उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां रात करीब 10 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। मनमोहन सिंह लगातार दो कार्यकाल के लिए 22 मई 2004 से 26 मई 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। नब्बे के दशक की शुरुआती में दम तोड़ती भारतीय अर्थव्यवस्था को वित्त मंत्री के रूप में डॉ सिंह ने आर्थिक सुधारों के जरिए नया जीवन दिया।

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