सरस्वती हेरिटेज विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धूमन सिंह किरमच ने बताया कि रामपुर हेड़िया, रामपुर कंबोयान और छलौर गांवों द्वारा दी गई 350 एकड़ पंचायती जमीन पर जलाशय खोदने का काम मंगलवार को शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि सोम नदी पर बैराज का निर्माण किया जाएगा तथा क्षेत्र में हरियाणा-हिमाचल सीमा पर शीघ्र ही एक बांध भी बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इस परियोजना को लेकर गंभीर हैं। किरमच ने कहा, “जलाशय और बांध के निर्माण से किसानों को लाभ होगा। क्षेत्र में बाढ़ से होने वाले नुकसान से बचा जा सकेगा।” सरस्वती हेरिटेज विकास बोर्ड के अधीक्षण अभियंता अरविंद कौशिक ने बताया कि प्रयास किया जा रहा है कि जिले की नदियों का पानी व्यर्थ न जाए।
उन्होंने कहा कि प्रशासन का प्रयास है कि सभी नदियां जिले के लोगों की पानी की जरूरतें पूरी करें। उन्होंने आगे कहा कि बेकार बह रहे पानी को रोककर गिरते भूजल स्तर को सुधारा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से कृषि से जुड़े लोगों को काफी सुविधा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि सरस्वती नदी को धरातल पर लाने का काम अब तेजी से किया जा रहा है। हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग के सदस्य मुकेश गर्ग ने कहा कि सरस्वती नदी के पुनरुद्धार के लिए काम करने वाले आरएसएस के वरिष्ठ नेता दर्शन लाल जैन के प्रयास जल्द ही फलीभूत होंगे। उन्होंने कहा कि सभी गांवों के किसान इस कार्य में सहयोग कर रहे हैं।
उन्होंने रामपुर हेड़ियां, छलौर और रामपुर कंबोयान गांवों के सरपंचों को सरस्वती बोर्ड को पंचायती जमीन देने के लिए धन्यवाद दिया। इस मौके पर सरपंच अमरजीत, चंद मोहन कटारिया, ऋषिपाल जुड्ढा, रमेश, रजनी बाला, केहर सिंह, पटवारी देवी चरण शर्मा, संजीव कुमार व अन्य ग्रामीण मौजूद थे।
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