हिमाचल मानसिक स्वास्थ्य एवं पुनर्वास अस्पताल, शिमला में आज विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का विषय था “कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का समय आ गया है”।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहीं वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरेखा चोपड़ा ने अपने संबोधन में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के महत्व और जीवन के सभी क्षेत्रों, विशेष रूप से कार्यस्थल में मानसिक स्वास्थ्य को एकीकृत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य के लिए सहायक वातावरण बनाने में स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों और संगठनों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
डॉ. कुशल वर्मन और डॉ. देविका चौहान ने दिवस के विषय पर बात की तथा सहायक कार्य वातावरण को बढ़ावा देने की रणनीतियों पर प्रकाश डाला।
डॉ. आदित्य शर्मा ने तनाव प्रबंधन और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर जानकारी दी। डॉ. गौरव ठाकुर ने मौखिक और दंत चिकित्सा देखभाल तथा समग्र मानसिक स्वास्थ्य के बीच संबंध पर जोर दिया, तथा समग्र स्वास्थ्य के एक अक्सर नजरअंदाज किए जाने वाले पहलू को प्रदर्शित किया।
डॉ. उर्वशी और डॉ. सृष्टि ने महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा की।