जिले के सनोली क्षेत्र में बापौली-जलालपुर रोड पर स्थित एक कपड़ा फैक्ट्री में सफाई के लिए भूमिगत रासायनिक टैंक में उतरे एक फैक्ट्री कर्मचारी की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई, जबकि दो अन्य की हालत बिगड़ गई
मृतक के पिता बापौली निवासी रोहतास ने सनौली पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनका बेटा राजकुमार डायना मैक्स टेक्सटाइल फैक्ट्री में आरओ (ईटीपी) ऑपरेटर के पद पर कार्यरत था। शनिवार सुबह 9 बजे वह ड्यूटी पर गया था। शाम को उसे फोन आया कि राजकुमार एक निजी अस्पताल में भर्ती है। वे अस्पताल पहुँचे तो पता चला कि राजकुमार की मौत हो चुकी है, जबकि दो अन्य कर्मचारी कृष्ण और इमरान भर्ती हैं।
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि उनके बेटे की मौत के लिए पूरी तरह से फ़ैक्टरी मालिक ज़िम्मेदार है क्योंकि उसने मज़दूरों को दूषित रसायनों से भरे टैंक को साफ़ करने के लिए मजबूर किया। उन्होंने आरोप लगाया कि फ़ैक्टरी मालिक ने जानबूझकर उन्हें बिना उचित सुरक्षा उपाय किए, केमिकल टैंक में घुसकर साफ़ करने के लिए मजबूर किया।
सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) के अध्यक्ष सुनील दत्त और अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के राज्य संयुक्त सचिव राजेंद्र ने कहा कि पानीपत की फैक्ट्रियों में मजदूरों की हालत दयनीय है और वे खराब परिस्थितियों में रहने और काम करने को मजबूर हैं।
विभिन्न ट्रेड यूनियनों और संगठनों के सदस्यों ने फैक्ट्री मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई और पीड़ित परिवार को मुआवजा और नौकरी देने की मांग की। सनौली के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर वेदपाल ने बताया, “मृतक के पिता की शिकायत पर फैक्ट्री मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।”
उन्होंने बताया कि रविवार को पोस्टमार्टम के बाद शव पीड़िता के परिजनों को सौंप दिया गया है। मामले की जाँच जारी है