हिसार शहर के सेक्टर 14 पार्ट 2 में सीवरेज लाइन की खुदाई के दौरान मिट्टी के ढेर में दबे मजदूर दीपक के परिजन पिछले चार दिनों से धरने पर बैठे हैं। वे आज परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे धरना नहीं उठाएंगे।
दीपक और उसके दोस्त अजीत को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने इस काम के लिए मजदूर के तौर पर नियुक्त किया था। हालांकि पुलिस ने ठेकेदार समेत पांच लोगों के खिलाफ लापरवाही के कारण मौत का मामला दर्ज किया है, लेकिन परिवार का कहना है कि उनके पास आय का कोई दूसरा स्रोत नहीं था। एक रिश्तेदार जगबीर कुमार ने बताया कि उन्होंने जिला प्रशासन के समक्ष अपनी मांगें रखी हैं।
यह घटना 28 अक्टूबर को हुई थी, जब दीपक सीवरेज लाइन के अंदर था। जब वह मिट्टी के ढेर के नीचे दबा तो अन्य मजदूरों ने मदद की और मलबा हटाने के लिए जेसीबी भी लगाई गई। लेकिन, इस प्रक्रिया में करीब 30 मिनट लग गए। दीपक को सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शिव नगर निवासी दीपक के परिवार में पत्नी और दो साल का बेटा है। परिवार के सदस्यों को धरना स्थल पर सामाजिक संगठनों का समर्थन मिला।