कीर्ति किसान यूनियन (केकेयू) ने आज फाजिल्का में डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के पास विरोध प्रदर्शन किया। सदस्यों ने डीसी को ज्ञापन सौंपकर सरकार से बासमती का एमएसपी तय करने और खरीद की गारंटी देने की मांग की।
केकेयू के जिला अध्यक्ष सुखचैन सिंह ने कहा कि बासमती की खेती का रकबा लगातार बढ़ रहा है। बासमती का निर्यात मध्य पूर्व और यूरोपीय देशों में किया जाता है। यह कम पानी की जरूरत वाली फसल है और पिछले साल इससे देश को 5.8 अरब डॉलर की विदेशी मुद्रा भी मिली है। इसके बावजूद केंद्र और पंजाब सरकार इसकी खरीद से परहेज कर रही है। केकेयू ने बासमती और अन्य वस्तुओं के व्यापार के लिए अटारी और हुसैनीवाला में भारत-पाकिस्तान सीमा क्रॉसिंग खोलने की भी मांग की।
उन्होंने कहा कि डीएपी और यूरिया की कमी को दूर करने तथा कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिए कड़े कदम उठाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि फाजिल्का सहकारी चीनी मिल द्वारा एक नवंबर से गन्ने की खरीद 450 रुपये प्रति क्विंटल की जानी चाहिए। उन्होंने राज्य सरकार से कृषि क्षेत्र को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की।