अपने आंदोलन को तेज करते हुए भारतीय किसान यूनियन (टिकैत समूह) के बैनर तले किसानों ने आज यमुनानगर में जिला सचिवालय पर विरोध प्रदर्शन किया। जिले के पोटली गांव के पास शामली-अंबाला राजमार्ग पर अंडरपास के निर्माण की मांग को लेकर किसान पिछले 25 दिनों से राजमार्ग पर धरना दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यदि इस अंडरपास का निर्माण नहीं किया गया तो बड़ी संख्या में कृषि क्षेत्रों से सड़क का सीधा संपर्क टूट जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार आज बड़ी संख्या में किसान व भाकियू पदाधिकारी जिला सचिवालय के सामने स्थित नई अनाज मंडी जगाधरी के गेट पर एकत्रित हुए।
उन्होंने अनाज मंडी के गेट पर धरना दिया और सरकार व प्रशासन विरोधी नारे लगाए। बाद में, उन्होंने जिला सचिवालय तक मार्च किया, जहां उन्होंने धरना दिया और उपायुक्त पार्थ गुप्ता को एक ज्ञापन सौंपा।
उपायुक्त ने किसानों को बताया कि इस मुद्दे पर चर्चा के लिए एनएचएआई अधिकारियों के साथ बैठक चल रही है और उनकी समस्या का जल्द ही समाधान कर दिया जाएगा। बीकेयू के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने कहा कि पोटली गांव के राजस्व रिकार्ड में वर्ष 1952 से तीन गज (करीब 16 फुट) सड़क दर्ज है। उन्होंने कहा कि हाईवे के अधिकारियों ने हाईवे पर नो क्रॉसिंग (अंडरपास का निर्माण न करके) देकर इस सड़क को पूरी तरह से बंद कर दिया है।
उन्होंने आगे कहा कि इस राजमार्ग का निर्माण कार्य शुरू होने से पहले यह सड़क एक बड़े क्षेत्र में किसानों के खेतों को जोड़ती थी, लेकिन अब यह सड़क बंद कर दी गई है।
रतन मान ने बताया, “पोटली गाँव के किसानों के खेत बड़ी संख्या में राजमार्ग के दूसरी ओर स्थित हैं। सड़क बंद होने से किसानों को अपने खेतों तक पहुँचने के लिए तीन से चार किलोमीटर अतिरिक्त यात्रा करनी पड़ेगी।”
इस मौके पर भाकियू के जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर, साहब सिंह, रामधारी, नरेश मोहरी, रूप सिंह, कुलविंदर सिंह, दलबीर, बलदेव सहित अन्य किसान मौजूद रहे।
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