भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के बैनर तले किसानों ने आज यमुनानगर जिले के पोटली गाँव में शामली-अंबाला राजमार्ग पर गाँव के पास एक अंडरपास के निर्माण की माँग को लेकर प्रदर्शन किया। पिछले एक हफ्ते से जारी इस विरोध प्रदर्शन में किसान निर्माणाधीन राजमार्ग पर एक तंबू के नीचे डेरा डाले हुए हैं।
रादौर के एसडीएम नरेंद्र सिंह ने धौरंग गाँव स्थित बीकेयू जिला कार्यालय का दौरा किया और बीकेयू के जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की। गुर्जर ने कहा, “एसडीएम ने हमें बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी अंडरपास के मुद्दे पर किसानों के साथ बैठकर बातचीत करने को तैयार हैं।”
उन्होंने कहा कि एसडीएम ने पराली जलाने पर रोक लगाने और यमुनानगर-रादौर-लाडवा सड़क की मरम्मत सहित अन्य संबंधित मामलों को भी उठाया।
अभिलेखों के अनुसार, पोटली गांव में 1952 से तीन गज चौड़ी (लगभग 16 फुट) सड़क मौजूद है। किसानों ने कहा कि कृषि भूमि के बड़े हिस्से को जोड़ने वाला यह पारंपरिक मार्ग राजमार्ग निर्माण के कारण पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है, क्योंकि कोई अंडरपास या क्रॉसिंग प्रदान नहीं की गई है।
अधिकारियों से सवाल करते हुए गुर्जर ने कहा, “जिन किसानों की ज़मीन हाईवे के दूसरी तरफ है, वे अपने खेतों तक कैसे पहुँचेंगे? इस पुरानी सड़क का इस्तेमाल मुख्य रूप से पोटली के किसान अपने खेतों तक पहुँचने के लिए करते थे।”