नोएडा, 9 अक्टूबर । नोएडा प्राधिकरण की नीतियों से नाराज किसानों ने एक बार फिर प्राधिकरण के बाहर हल्ला बोल कर दिया है और धरने पर बैठ गए हैं। अपनी मांगों को लेकर किसान कई दिनों से आंदोलन कर रहे थे और बीते अगस्त महीने में उन्होंने नोएडा के विधायक पंकज सिंह के घर का घेराव भी किया था तब पंकज सिंह ने काफी नाराजगी जताई थी और कड़े शब्दों में अथॉरिटी और आईडीसी को किसानों की समस्याओं का समाधान निकालने को कहा था।
नोएडा के किसानों की मांग है कि उनको आबादी की 10 प्रतिशत विकसित भूमि दी जाए या इसके समतुल्य मुआवजा दिया जाए। इसको लेकर किसान पिछले कई सालों से लगातार धरना देते आ रहे हैं।
अब दोबारा से भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखवीर ख़लीफ़ा की अगुआई में सैकड़ों किसानों ने प्राधिकरण पर धरना दे दिया। सुखवीर ख़लीफ़ा ने कहा कि नोएडा प्राधिकरण ने उनके साथ धोखा किया है। इससे पहले हुई बैठक में उन्हें आश्वासित किया गया था कि धरना समाप्त कर दिया जाए तो हमारी जायज़ मांगों को पूरा किया जाएगा। लेकिन प्राधिकरण ने उनके साथ वादाखिलाफी की।
सोमवार दोपहर करीब एक बजे सैकड़ों की संख्या में किसान प्राधिकरण पहुंचे और धरना शुरू कर दिया। किसानों ने यहां पहले की तरह टेंट लगाया और प्राधिकरण को जाने वाली मुख्य सड़क पर बैठ गए। किसानों ने स्पष्ट कहा कि जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा वो यहां से नहीं जाएंगे। अब उनको लिखित में जवाब भी चाहिए।
इस बीच प्राधिकरण अधिकारियों के लगातार फोन किसान प्रतिनिधियों के पास आते रहे। लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। बताया गया कि देर शाम तक प्राधिकरण और किसानों के बीच वार्ता हो सकती है। जिसमें कुछ हल निकलेगा।
दरअसल, शनिवार को नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक थी। इसमें किसानों की 10 प्रतिशत आबादी से संबंधित एजेंडा को प्रस्तुत करना था। इसका पूरा लेखा-जोखा तैयार किया गया। जिसमें धरने से संबंधित सभी मांगों को लिखा गया। लेकिन, बैठक में सिर्फ औद्योगिक भूखंड आवंटन क्राइटेरिया पर ही चर्चा की गई। इसके बाद इसे समाप्त कर दिया गया।
Leave feedback about this