चंडीगढ़, 27 नवंबर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के तीन दिवसीय विरोध प्रदर्शन के आह्वान पर राज्य भर से किसानों को लेकर बड़ी संख्या में वाहन मोहाली-चंडीगढ़ बैरियर पर पहुंचने लगे हैं।
शनिवार को चंडीगढ़-मोहाली बैरियर पर किसान। विक्की इससे पहले, एसकेएम ने दिसंबर 2021 में एमएसपी की गारंटी के समझौते में भारत के किसानों से किए गए वादों को पूरा करने में केंद्र की विफलता के विरोध में सभी किसानों से 26 से 28 नवंबर को राज्य की राजधानियों में बड़ी संख्या में शामिल होने की जोरदार अपील की थी। सुनिश्चित खरीद के साथ
एसकेएम ने सभी किसानों और लोकतांत्रिक ताकतों से राज्य की राजधानियों में ‘महापड़ाव’ में शामिल होने की भी अपील की थी। किसानों को लेकर बड़ी संख्या में ट्रैक्टर, ट्रेलर और अन्य वाहन पहले ही मोहाली पहुंचना शुरू हो गए हैं, जहां चंडीगढ़ पुलिस ने सीमाएं सील कर दी हैं।
एसकेएम ने कहा था कि केंद्र भारतीय और विदेशी कंपनियों को कृषि और ग्रामीण व्यापार को नियंत्रित करने, महंगे इनपुट बेचने, औने-पौने दाम पर फसल खरीदने, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग स्थापित करने और खाद्य बाजार पर एकाधिकार स्थापित करने में मदद करने के लिए अपनी कॉर्पोरेट समर्थक नीतियों को जारी रखे हुए है। इससे किसान दरिद्र हो रहे हैं, उन्हें भूमि से बेदखल किया जा रहा है और वे सस्ते श्रम में सिमट कर रह गये हैं।
हालांकि धान की खरीद शुरू हो गई है, लेकिन खरीद की सुविधा कम है और बिचौलियों का राज है, जिससे किसानों को अपना धान एमएसपी से 500 रुपये प्रति क्विंटल कम पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
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