लखनऊ, 7 दिसंबर । उत्तर प्रदेश में जल जीवन मिशन की ‘हर घर जल योजना’ के तहत गांव-गांव में बिछाई जा रही पाइप लाइनों को डालने के बाद सड़कों की मरम्मत में लापरवाही बरतने वाली एजेंसियों पर बुधवार को बड़ी कार्रवाई की गई।
नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने समीक्षा बैठक में करीब आधा दर्जन कार्यदायी एजेंसियों पर करोड़ों का जुर्माना ठोका है। गोमती नगर के किसान बाजार स्थित राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन कार्यालय में समीक्षा बैठक में जल निगम (ग्रामीण) के एमडी डॉ. बलकार सिंह, राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशासी निदेशक बृजराज सिंह यादव भी मौजूद रहे।
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक पाइप डालने के बाद सड़क मरम्मत में कोताही पर जालौन और झांसी में काम कर रही बीजीसीसी कम्पनी पर एक फीसदी जुर्माना लगाया गया। वाराणसी और प्रयागराज में एलएनटी पर एक फीसदी जुर्माना ठोका गया। मुज्जफरनगर और महाराजगंज में जेएमसी लक्ष्मी पर एक फीसदी का जुर्माना ठोका गया है। बीएसए इंफ्रा पर भी जुर्माना लगाया गया है।
समीक्षा बैठक के दौरान प्रमुख सचिव ने सड़क मरम्मत पर लापरवाह एजेंसियों और अफसरों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश देते हुए इसकी कमान जल निगम (ग्रामीण) के एमडी डॉ. बलकार सिंह को सौंपी है। कार्यों की निगरानी के लिए तैनात टीपीआई एजेंसी सेंसिस के दो अधिकािरियों के खिलाफ प्रमुख सचिव ने तत्काल कार्रवाई कर सूचित करने के निर्देश दिये हैं।
सड़क मरम्मत में लापरवाह कुशीनगर के चार जेई बर्खास्त होंगे। अधिशासी अभियंता के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के साथ 6 संविदा इंजीनियरों के तबादले के निर्देश जारी भी किये गये हैं।
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