नालागढ़ थाने में मुखबिर और उसकी पत्नी की पिटाई के आरोपी डीएसपी समेत पांच पुलिसकर्मी एफआईआर दर्ज होने के नौ महीने बाद भी गिरफ्तारी से बच रहे हैं। छठी आरोपी महिला हेड कांस्टेबल चंद्रकिरण को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
हिमाचल हाईकोर्ट ने अगस्त में उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। मेडिकल रिपोर्ट और नालागढ़ कोर्ट के आदेश के आधार पर 27 दिसंबर 2023 को नालागढ़ थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उन पर आरोप है कि रिमांड के दौरान दोनों को थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर प्रताड़ित किया गया, जिससे युवक के कान में गंभीर चोट आई। बाद में मामला सीआईडी को सौंप दिया गया।
बद्दी में डीएसपी (लीव रिजर्व) के पद पर तैनात लखबीर, पूर्व एसएचओ कुलदीप शर्मा, सब-इंस्पेक्टर अशोक राणा, कांस्टेबल सुनील और एएसआई कल्याण समेत दोषी पुलिसकर्मी विभिन्न बटालियनों में तैनात हैं। पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की है कि ये सभी ड्यूटी से गायब हैं और गिरफ्तारी से बच रहे हैं।
डीआईजी (साउथ रेंज) डीके चौधरी ने बताया कि डीएसपी समेत पांचों पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। मुखबिर की पत्नी ने शपथ पत्र पर इन पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हाईकोर्ट में पेश की गई स्टेटस रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पुलिसकर्मियों ने मामले से जुड़ी 39 दिन पुरानी सीसीटीवी कैमरे की फुटेज डिलीट कर दी है। दंपती पर धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप है और इसी वजह से नालागढ़ पुलिस ने उनसे पूछताछ की थी।