सोमवार को चंबा में मास्टर ट्रेनर्स के लिए मासिक धर्म स्वास्थ्य और व्यक्तिगत स्वच्छता पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन “अपराजिता मैं चंबा की” कार्यक्रम के तहत किया गया और इसकी अध्यक्षता उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने की, जिसका उद्देश्य किशोरियों और महिलाओं में जागरूकता बढ़ाना था।
कार्यशाला में महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग और गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) के मास्टर प्रशिक्षकों ने भाग लिया।
प्रशिक्षकों के साथ बातचीत के दौरान रेपसवाल ने मासिक धर्म से जुड़ी गलतफहमियों को दूर करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पुरानी और अवैज्ञानिक मान्यताओं के लिए आज की दुनिया में कोई जगह नहीं है और जागरूकता अभियान इन वर्जनाओं को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि यह पहल जिले में मासिक धर्म संबंधी स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधी मुद्दों के समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से महिलाओं और किशोरियों को सशक्त बनाना है।
उपायुक्त ने जिले में जागरूकता गतिविधियों को बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी (महिला एवं बाल विकास) को इस संबंध में एक व्यापक कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए।