स्वास्थ्य विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (आशा) की सहायता से किए गए एक सप्ताह के सर्वेक्षण के दौरान बाढ़ प्रभावित फाजिल्का गांवों में 800 से अधिक लोग वायरल बुखार से पीड़ित पाए गए।
हालांकि, जानकारी के अनुसार मलेरिया और डेंगू का कोई मामला सामने नहीं आया।राज्य भर में बाढ़ का पानी कम होने के बाद विभाग ने 14 सितंबर से एक विशेष अभियान शुरू किया था।आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, आशा कार्यकर्ताओं ने 111 प्रभावित गाँवों के 34,095 घरों का सर्वेक्षण किया। इसके अलावा, स्वास्थ्य शिविरों में 17,784 मरीजों की जाँच की गई।
चिकित्सा शिविरों में सर्वेक्षण और जांच के दौरान 809 मरीज वायरल बुखार से पीड़ित पाए गए। विभाग ने घर पर हल्की बीमारियों के इलाज के लिए दवाओं से युक्त 17,182 किट भी वितरित कीं। सिविल सर्जन रोहित गोयल ने बताया कि मरीज़ हल्के से मध्यम वायरल बुखार से पीड़ित थे। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित गाँवों में डेंगू और मलेरिया का कोई मामला सामने नहीं आया है