र्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार ने आज कहा कि राज्य के पुलिस अधिकारियों को राज्य में मादक पदार्थों की तस्करी के बढ़ते खतरे को रोकने के लिए शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी का अनुसरण करना चाहिए।
आज यहां एक प्रेस बयान में शांता ने कहा कि पिछले वर्ष गांधी ने शिमला में नशा माफिया के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया था और जिले में सक्रिय आधा दर्जन गिरोहों को खत्म करने के अलावा कई तस्करों, संचालकों और आपूर्तिकर्ताओं को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की थी।
शांता ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में नशीले पदार्थों की तस्करी और दुरुपयोग की समस्या गंभीर है, जो चिंता का विषय है, इसलिए राज्य की एजेंसियों को गांधी के उदाहरण का अनुसरण करना चाहिए और पंजाब की तरह स्थिति नियंत्रण से बाहर होने से पहले इस समस्या से निपटना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्कूल जाने वाले बच्चे नशीले पदार्थों की समस्या से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
शांता ने कहा, “नशीले पदार्थों की समस्या सार्वजनिक स्वास्थ्य, सुरक्षा और कल्याण के लिए एक गंभीर खतरा है। इसके अलावा, इसे छोटे-मोटे अपराधों के साथ-साथ तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे जघन्य अपराधों का भी स्रोत माना जाता है।”
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि तस्करी और दुरुपयोग ने राज्य में मूल्यवान मानव जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालना जारी रखा है, उन्होंने कहा कि तस्कर राज्य के एक कोने से दूसरे कोने तक विभिन्न प्रकार की दवाओं की “निर्बाध तस्करी” कर रहे हैं, जिससे समाज के “कमजोर वर्गों” के लिए तस्करी की “उपलब्धता” सुनिश्चित हो रही है, जो इन तस्करों के जाल में फंस गए हैं।