पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई और उनके पुत्र एवं भाजपा उम्मीदवार भव्य बिश्नोई को आज हिसार जिले के आदमपुर विधानसभा क्षेत्र के कुटियावाली गांव में ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार, बिश्नोई पिता-पुत्र और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई बहस ने टकराव का रूप ले लिया, जिसमें दोनों पक्षों की ओर से मारपीट की खबरें हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जब वे यात्रा का वीडियो बना रहे थे, तो बिश्नोई समर्थकों ने उनके मोबाइल फोन तोड़ दिए।
वायरल वीडियो में कुलदीप बिश्नोई ग्रामीणों से बहस करते हुए दिखाई दे रहे हैं और उनके पीछे भव्य खड़े हैं। ग्रामीणों ने भव्य के विधानसभा क्षेत्र के लिए 800 करोड़ रुपये की ग्रांट लाने और गांव पर 71 लाख रुपये खर्च करने के दावे पर आपत्ति जताई। गांव के कुछ युवकों ने अपने गांव की उपेक्षा का आरोप लगाया। दोनों समूहों के बीच टकराव हुआ और घटना के बाद भाजपा नेता का काफिला गांव से चला गया।
हालांकि, कुछ समय बाद कुलदीप बिश्नोई फिर से गांव आए और मतभेदों को सुलझाने के लिए पंचायत की। सूत्रों ने बताया कि कुलदीप ने विवाद पर खेद जताया और कहा कि पूरा गांव उनके लिए परिवार जैसा है। सूत्रों ने बताया कि पुलिस विरोध प्रदर्शनों की घटनाओं पर कड़ी नजर रख रही है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कदम उठाए हैं। ग्रामीण करण सिंह ने बताया कि पूर्व सांसद द्वारा घटना पर खेद जताने के बाद मामला सुलझ गया।
उल्लेखनीय है कि आदमपुर बिश्नोई परिवार का गढ़ है, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भजन लाल के परिवार के सदस्य 1968 से इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं।
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