पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज पंजाब भर में भाजपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की निंदा की, जहां भगवंत मान सरकार के निर्देश पर राज्य पुलिस द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं पर कल्याण शिविरों को जबरन हटा दिया गया।
कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि कानून-व्यवस्था को मज़बूत करने, नशीली दवाओं के बेकाबू कारोबार पर लगाम लगाने और बढ़ते अपराध के खतरे से निपटने के बजाय, पंजाब पुलिस का भाजपा की क़ानूनी और लोकतांत्रिक पहलों को दबाने के लिए एक राजनीतिक हथियार के रूप में शर्मनाक तरीके से दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा, “भाजपा गाँव-गाँव में कल्याण शिविर आयोजित कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गरीब परिवार, किसान, महिलाएँ, दलित और युवा मोदी सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ उठा सकें।”
आप सरकार की नाकामी पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने आगे कहा, “मान के शासन में पूरी तरह से ध्वस्त हो जाने के कारण ही भाजपा को आगे आकर लोगों को केंद्र सरकार की योजनाओं से जोड़ना पड़ा है। इस पहल का स्वागत करने के बजाय, राज्य सरकार गिरफ़्तारी, उत्पीड़न और व्यवधान जैसे अत्याचारी हथकंडे अपना रही है।”
उन्होंने आगे सवाल किया कि क्या मान सचमुच पंजाब पर शासन कर रहे हैं या सिर्फ़ दिल्ली से मिल रहे निर्देशों का पालन कर रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर ने कहा, “कल्याण शिविरों को बंद करके और मज़दूरों को गिरफ़्तार करके, आप सरकार ने न सिर्फ़ अपनी असुरक्षा उजागर की है, बल्कि उन लोगों के विश्वास को भी तोड़ा है जो पहले से ही बेरोज़गारी, ख़राब बुनियादी ढाँचे और अनियंत्रित नशीली दवाओं के संकट से जूझ रहे हैं।”