एक विशेष जासूसी इकाई की टीम ने एक वाहन को रोककर कुछ व्यक्तियों से एक लाख रुपये की लूट के कथित मामले में चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि राहुल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि सतीश नाम के एक व्यक्ति ने उसे हरियाणा में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की नौकरी दिलाने का वादा किया था। सतीश ने इसके लिए चार लाख रुपये मांगे थे, जिसमें से राहुल ने दो लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए थे।
15 अक्टूबर को, सतीश ने राहुल को बताया कि उसका इंटरव्यू 16 अक्टूबर को पंचकूला में तय है। राहुल, सतीश और एक अन्य परिचित मोनू के साथ पंचकूला के लिए रवाना हुए। सतीश ने राहुल का परिचय राजीव से कराया, जो ड्राइवर के साथ उनके साथ था। उनके पास 1,07,000 रुपये नकद थे। जैसे ही वे NH-152 पर चंदाना कट के पास पहुँचे, एक और कार उनके वाहन के सामने आकर रुकी। उसमें से चार लोग उतरे और खुद को हरियाणा पुलिस का जवान बताया। उन्होंने पीड़ितों के साथ मारपीट की और उनसे 1,07,000 रुपये छीन लिए। सब-इंस्पेक्टर रमेश चंद के नेतृत्व में एक टीम ने बरवाला निवासी चार आरोपियों – कुलदीप, मुकेश, राजीव और सतीश को गिरफ्तार कर लिया।
जांच के दौरान पता चला कि राजीव और सतीश को सभी विवरण पता थे और उन्होंने डकैती की साजिश रचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

