भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मूल शिकायत दर्ज होने के लगभग चार साल बाद, मुरथल स्थित दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी) में एक स्विमिंग पूल के निर्माण में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच शुरू कर दी है।
आरटीआई कार्यकर्ता एवं शिकायतकर्ता पीपी कपूर ने मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित एसीबी कार्यालय में जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर जगजीत सिंह के समक्ष साक्ष्यों के साथ अपना बयान दर्ज कराया।
कपूर ने कहा, “मैंने 3 अप्रैल, 2021 को एसीबी (तत्कालीन राज्य सतर्कता ब्यूरो) टोल-फ्री हेल्पलाइन के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई थी। यह निराशाजनक है कि जांच चार साल बाद ही शुरू हुई है।”
अपनी शिकायत में कपूर ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय के निर्माण विभाग ने तीन ‘प्रज्ञा मॉडल’ वाटर फिल्टर (200 मिमी व्यास, बॉबिन-बाउंड, एंटी-कोरोसिव) लगाने का काम निर्दिष्ट किया था, जिसकी कीमत 10.82 लाख रुपये थी। उन्होंने कहा, “लेकिन इसके बजाय, 3.20 लाख रुपये की कीमत वाले सस्ते ‘इमॉक्स’ फिल्टर लगाए गए।”
कपूर ने दावा किया, “स्थापित फिल्टर की कुल लागत 9.60 लाख रुपये थी, लेकिन माप पुस्तिका (एमबी) में गलत तरीके से 32.86 लाख रुपये दिखाए गए, जो 23 लाख रुपये से अधिक के घोटाले का संकेत है।” उन्होंने कहा कि मामला प्रकाश में आने के बाद ठेकेदार का 40% भुगतान रोक दिया गया था।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि दरों को बढ़ाने के लिए विस्तृत निविदा आमंत्रण सूचना (डीएनआईटी) प्रक्रिया में हेरफेर किया गया था, जिसमें पीवीसी पाइप, वाल्व बैटरी और पंप जैसी विभिन्न वस्तुओं के लिए कीमतें बाजार मूल्य से चार गुना अधिक निर्धारित की गई थीं।
कपूर कहते हैं, “6.5 करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद पांच साल पहले बनकर तैयार हुआ यह पूल कभी खोला ही नहीं गया। उपेक्षा के कारण अब इसकी हालत खराब हो रही है। भ्रष्टाचार के बादल के कारण किसी कुलपति ने इसे चालू करने की हिम्मत नहीं की।”
उन्होंने अब सेवानिवृत्त हो चुके एक कार्यकारी अभियंता पर घोटाले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आरोप लगाया और दावा किया कि अधिकारी ने उन पर शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाने का प्रयास किया था।
डीसीआरयूएसटी के रजिस्ट्रार डॉ. अजय गर्ग ने पुष्टि की कि मामले की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा, “स्विमिंग पूल लंबे समय से बंद है। करीब दो महीने पहले कार्यकारी परिषद (ईसी) की बैठक में इस मामले पर चर्चा की गई थी और इसे खोलने की मंजूरी दे दी गई है।”