चंडीगढ़, बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने आज 2023 के दौरान बिजली विभाग के प्रदर्शन का लेखा-जोखा पेश करते हुए कहा कि विभाग ने 90 प्रतिशत से अधिक घरेलू उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली प्रदान करते हुए वर्ष के दौरान नए रिकॉर्ड स्थापित करने के अलावा कई चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया।
घरेलू उपभोक्ताओं को द्विमासिक आधार पर 600 यूनिट (मासिक 300 यूनिट) मुफ्त बिजली प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि राज्य भर में ट्यूबवेल चलाने के लिए मुफ्त बिजली भी प्रदान की गई।
यहां जारी एक प्रेस बयान में मंत्री ने कहा कि सीएम भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के प्रयासों के बाद, पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) ने 1 अप्रैल से 30 सितंबर, 2023 तक 564.75 करोड़ रुपये का मुनाफा देखा।
पीएसपीसीएल ने पछवाड़ा सेंट्रल कोयला खदान को चालू करने में आने वाली चुनौतियों पर सफलतापूर्वक काबू पा लिया, जो लगभग 7 वर्षों से बंद थी। उस खदान से राज्य को कम लागत वाले कोयले का प्रेषण दिसंबर 2022 में शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि अब तक पीएसपीसीएल थर्मल पावर स्टेशनों को लगभग 30 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) कोयले की आपूर्ति की जा चुकी है। रोपड़ और लेहरा मोहब्बत थर्मल पावर प्लांट में लगभग 30 दिनों के लिए पर्याप्त कोयले का स्टॉक उपलब्ध था। उन्होंने दावा किया कि इस साल सरकारी थर्मल प्लांटों द्वारा लगभग 20 प्रतिशत अधिक बिजली पैदा की गई।
पहले अल्पकालिक बिजली खरीद समझौतों का चलन था, जिससे जरूरत के समय महंगी बिजली खरीदनी पड़ती थी। उन्होंने कहा, “अब, पीएसपीसीएल प्रतिस्पर्धी कीमतों पर बिजली खरीद की व्यवस्था करने के लिए पहले से ही योजना बना रही है।”
मंत्री ने कहा कि 23 जून को 15,293 मेगावाट की अब तक की सबसे अधिक बिजली मांग पूरी की गई, जो 29 जून, 2022 को देखी गई 14,311 मेगावाट की उच्चतम मांग से 7 प्रतिशत अधिक थी।